प्रमोशन को लेकर विधानसभा कर्मचारी भी हुए लामबंद, पढ़ें पूरी खबर | Nation One
प्रमोशन की मांग को लेकर विधानसभा अधिकारी व कर्मचारी भी लामबंद हो रहे हैं। पिछले चार साल से विधानसभा में किसी भी कर्मचारी की पदोन्नति नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आजकल हस्ताक्षर अभियान शुरू किया हुआ है।
23 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के लिहाज से यह मामला तूल पकड़ सकता है। विरोधी दल इस मामले को हवा दे सकते हैं। जानकारी के अनुसार विधानसभा में विभिन्न संवर्गों में पदोन्नति होनी है जो पिछले चार सालों से रुकी हुई है। पदोन्नति न होने के पीछे सम्भवतया कोरोना भी एक बड़ा कारण हो सकता है।
बताया जाता है कि सरकार लगातार विधानसभा सचिवालय को अधिकारी कर्मचारियों की पदोन्नति करने के लिए कह रही है, लेकिन विधानसभा में चार साल से पदोन्नति की प्रकिया शुरू नही हो पाई है। पदोन्नति के बारे में प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल से सम्पर्क नहीं हो सका ।
सूत्रों की जानकारी है कि पदोन्नति की मांग को लेकर विधानसभा के अधिकारी व कर्मचारी लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने हस्ताक्षर अभियान शुरु कर दिया है। बताया जाता है कि अब तक विभिन्न संवर्ग के करीब 150 लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष व प्रभारी सचिव को सम्बोधित पत्र में हस्ताक्षर कर लिए हैं।
विशेष बात यह है कि प्रभारी सचिव का काम देख रहे मुकेश सिंघल का भी शोध अधिकारी के पद से मुख्य शोध अधिकारी के पद पर पदोन्नति होनी है। 23 अगस्त से विधानसभा का सत्र है और ऐसे समय में पिछले चार वर्षों से लंबित पदोन्नति का मामला तूल पकड़ सकता है।