21 वर्ष पूरे होते ही अभिषेक विक्रम सिंह चुन लिए गए निर्विरोध ग्राम प्रधान | Nation One
खबर यूपी के अमेठी से है जहां प्रदेश में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान प्रधान डीडीसी व बीडीसी पद के लिए एक-एक ग्राम सभा से कई दावेदार प्रधानी के दौड़ में शामिल हुए हैं। तो ऐसे में अमेठी के जगदीशपुर का एक गांव ऐसा भी है जहां मात्र 21 वर्ष की आयु पूरी करने वाले अभिषेक विक्रम सिंह के खिलाफ पूरे ग्राम सभा में किसी ने भी प्रधान पद का पर्चा भरा ही नहीं और वह निर्विरोध प्रधान चुन लिए गए।
New PUBG launch in India : खत्म हुआ इंतजार, खेलने के लिए करना होगा ये काम
प्रधान पद पाने के बाद सरकार द्वारा विकास योजनाओं के लिए दिए जा रहा भरपूर पैसा एक तरफ जहां ग्राम सभा में भ्रष्टाचार की जड़ को मजबूत कर रहा है और विकास केवल कागजों में प्रधान जी करते रहे हैं। तो वहीं इन सब से दूर जगदीशपुर के गूंगे मऊ ग्राम सभा में निर्विरोध प्रधान चुन कर वहां की जनता ने गांव का विकास होने का विश्वास भी किया है।
निर्विरोध प्रधान चुने जाने की खबर जैसे ही क्षेत्र में फैली तो मीडिया ने अभिषेक व उनके परिजनों से इनके निर्विरोध प्रधान पद पर चुने जाने का कारण जानना चाहा कि कहीं ऐसा तो नहीं है की दबंगई के बल पर किसी की हिम्मत ही नहीं पड़ी हो अभिषेक के खिलाफ पर्चा दाखिल करने की।
कोरोना के साथ ब्लैक फंगस ने बढ़ाई चिंता, जा रही है मरीजों की आंखों की रोशनी
इस बाबत जब अभिषेक की मां से मीडिया ने पूछा तो उन्होंने कहा कि आप लोग जो सोच रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं है। पूरी ग्राम सभा में एक दूसरे से बहुत ही प्यार भरे रिश्ते हैं। कोई किसी के मामले में दखल नहीं देता है और मेरा परिवार सभी के सुख दुख में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है और जहां तक हो सकता है उसकी मदद हर हाल में की जाती है।
इन सब बातों से हमारी ग्राम सभा के लोग खुश होकर अभिषेक को निर्विरोध प्रधान चुना है जिसके लिए हम अपने ग्राम सभा की जनता को धन्यवाद करते हैं। वहीं जब निर्विरोध चुने गए प्रधान अभिषेक विक्रम सिंह से इस बाबत बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह हमारी ग्राम सभा की जनता का प्यार है।
Vastu Tips : कपड़े भी बना और बिगाड़ सकते है हमारी किस्मत, जानें किस दिन कौन सा रंग शुभ
समाज में हमारे परिवार द्वारा किए गए कार्यों की तुलना करते हुए उन्होंने हम पर पूरा विश्वास जताया और हम पूरा प्रयास करेंगे कि हम अपनी ग्राम सभा की जनता के विश्वास पर खरा उतरते हुए गांव के विकास के लिए अपना अप्रतिम योगदान दें।
अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट