Fastag आज से अनिवार्य, राष्ट्रीय राजमार्गों पर नहीं लिया जाएगा टोल नकद | Nation One
राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा (Toll Plaza) के सभी लेन आज से फास्टैग लेन (Fastag Lane) घोषित हो जायेंगे। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) ने कहा है कि शुल्क का भुगतान डिजिटल मोड (Digital Mode) में करने को बढ़ावा देने, प्रतीक्षा समय और ईंधन खर्च कम करने तथा टोल प्लाजा (Toll Plaza) के जरिये निर्बाध यात्रा (Uninterrupted journey) उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाया गया है।
टोल प्लाजा के फास्टैग लेन (Fastag Lane) में बिना या वैध फास्टैग न होने पर प्रवेश करने पर उस श्रेणी के लिए लागू शुल्क का दोगुना जुर्माना (Double Penalty) देना पड़ेगा। मंत्रालय ने इस वर्ष पहली जनवरी से एम और एन श्रेणी (M & N Category) के मोटर वाहनों में फास्टैग (Fastag) लगाना अनिवार्य कर दिया था।
श्रेणी एम (M Category) के अंर्तर्गत कम से कम चार पहिया वाले वे वाहन आते हैं जिनका इस्तेमाल यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए किया जाता है। एन श्रेणी (N Category) के अंतर्गत सामान ले जाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कम से कम चार पहिया मोटर वाहन शामिल है। ऐसे वाहन सामान के अलावा यात्रियों को भी ले जा सकते हैं।
क्या है फास्टैग ?
फास्टैग (Fastag) एक प्रकार का टैग या स्टिकर होता है। यह वाहन की विंडस्क्रीन (Windscreen) पर लगा हुआ होता है। फास्टैग रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (Fastag Radio Frequency Identification) या RFID तकनीक पर काम करता है। इस तकनीक के जरिए टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर लगे कैमरे स्टिकर के बार-कोड को स्कैन कर लेते हैं और टोल फीस (Toll Fees) अपने आप फास्टैग (Fastag) के वॉलेट से कट जाती है।
फास्टैग के इस्तेमाल से मिलती है सुविधा
फास्टैग (Fastag) के इस्तेमाल से वाहन चालक को टोल टैक्स (Toll Tax) के भुगतान के लिए रूकना नहीं पड़ता है। टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर लगने वाले समय में कमी और यात्रा को सुगम बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
फास्टैग (Fastag) पूरी तरह से लागू होने के बाद कैश पेमेंट (Cash Payment) से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा, साथ ही ईंधन और समय की बचत भी होगी।