नई शिक्षा नीति को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है : शिक्षा मंत्रालय | Nation One
शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पूर्व प्राइमरी से लेकर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर तक स्कूली शिक्षा के व्यापक दायरे को समाहित करती है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि क्योंकि नीति अगले 20 वर्षों के लिए बनाई गई है इसलिए सिफारिशों में अलग-अलग समय सीमा तय की गई है।
नई शिक्षा नीति को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। नीति के कार्यान्वयन और समग्र शिक्षा के संशोधन पर राष्ट्रीय कार्यशालाओं की एक श्रृंखला पिछले साल स्कूली शिक्षा और साक्षरता सचिव की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। इस दस्तावेज़ को अंतिम रूप दिया जा रहा है और शीघ्र ही जारी किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा कि नई शिक्षा नीति के प्रमुख हिस्से नए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा (एनसीएफ) और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत शामिल किए जाएंगे। नई शिक्षा नीति के लिए आधारभूत कार्य आरंभ किया गया है और इसे अगले शैक्षणिक सत्र 2021-22 में आगे बढाये जाने की आशा है।
मंत्रालय ने कहा कि विभाग ने नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुसार विभिन्न गतिविधियों को शुरू करके इसके कार्यान्वयन की शुरुआत की है। मंत्रालय ने कहा कि बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक राष्ट्रीय मिशन की स्थापना के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और एक समिति का गठन किया गया है।
इसमें कहा गया है, स्कूली शिक्षा के लिए भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश विकसित करने के वास्ते भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, एनसीईआरटी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मंत्रालय ने कहा है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा सुधारों की पहल की गई है और बोर्ड वर्ष 2021 से इसके अनुरूप परीक्षा सुधार शुरू करेगा। सत्र 2021-22 से 2 स्तरों पर अंग्रेजी और संस्कृत में इसे शुरू किया जाएगा।
मंत्रालय ने आगे कहा है कि माध्यमिक स्तर तक सीखने के परिणामों को अधिसूचित किया गया है। सुझावों को आमंत्रित करने के लिए वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर सीखने के परिणामों का मसौदा जारी किया गया है और इस संबंध में सुझाव आमंत्रित किये गए हैं।