केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि कोयला क्षेत्र, भारत को 2024 तक पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच को साकार करने में सबसे बड़ा योगदान कर सकता है। देश में कोयला खानों के लिए एक ही स्थान पर तमाम मंजूरियां देने की सिंगल विंडो प्रणाली का शुभारंभ करते हुए अमित शाह ने कहा कि पिछले छह वर्षों में देश में कोयले का उत्पादन कई गुना बढ़ गया है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कोयला क्षेत्र में प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत की सोच को साकार करने की भी क्षमता है। पिछले छह वर्षों में एन.डी.ए. सरकार द्वारा शुरू किये गये क्रांतिकारी सुधारों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस क्षेत्र में पारदर्शिता और कारोबारी सुविधाओं संबंधी बाधाओं को दूर कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कोयले के वाणिज्यिक खनन की नीति से राज्यों को और अधिक वित्तीय प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे रोजगार के करीब 70 हजार नये अवसर उत्पन्न होंगे। अमित शाह ने कोयला खनन करने वाली कंपनियों से आग्रह किया कि वे कोयले का उत्पादन बढ़ायें ताकि आयात पर निर्भरता कम की जा सके और उभरते हुए नये क्षेत्रों की आपात मांग भी पूरी की जा सके।
इस अवसर पर केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने केन्द्र द्वारा शुरू किये गये ऐतिहासिक सुधारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक ही स्थान पर स्वीकृति देने की सिंगल विंडो प्रणाली से सरकारी मंजूरियां मिलने में लगने वाला समय कम होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार कारोबारी सुविधा बढ़ाने को वचनबद्ध है और कोयला क्षेत्र में आत्मनिर्भरता से आत्मनिर्भर भारत की सोच को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।