किसानों का भारत बंद, दिल्ली से बंगाल तक जबरदस्त प्रदर्शन | Nation One
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 12 दिनों से डटे प्रदर्शनकारी किसानों ने कानून के खिलाफ आज एक दिन के लिए ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है। पूरे देश में आज सुबह 11 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक ‘भारत बंद’ बुलाया गया है। किसानों के समर्थन में कई राजनीतिक दल भी उतरे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और वाम दलों के साथ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है। विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि वे बंद में तो शामिल हैं हीं, नए कानून को वापस लिए जाने तक लगातार आंदोलन करती रहेंगी।
हालांकि भारत बंद का असर अभी से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखने लगा है। ओडिशा और महाराष्ट्र में ट्रेनें रोकी गईं हैं। भारत बंद के दौरान परिवहन सेवा से लेकर फल-सब्जी की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
केंद्र सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच पांच दौर की वार्ता हो चुकी है, मगर अब तक कोई हल नहीं निकल सका है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मांगी गईं, तो वे अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने वाले मार्गों को बंद कर देंगे। सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के बीच अब तक की वार्ता विफल रही है और इसकी छठे दौर की वार्ता 9 दिसंबर को होनी है।