ब्लैक होल का राज खोलने वाले तीन विज्ञानियों को फिजिक्स का नोबेल | Nation One
स्टॉकहोमः रहस्यमयी “ब्लैक होल” का खुलासा करने वाले तीन विज्ञानियों को वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. विश्व विख्यात नोबल अवॉर्ड की घोषणा करते हुए रॉयल स्वीडिश एकेडमी ने कहा कि आधी पुरस्कार राशि रोजर पेनरोस (89) और शेष आधी संयुक्त रूप से रेनहार्ड जेनजेल और एंड्रिया गेज को दी जाएगी.
नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वालों में एंड्रिया गेज महिला विज्ञानी हैं. एक दिन पहले ही हेपेटाइटिस-सी वायरस की खोज करने के लिए तीन विज्ञानियों को संयुक्त रूप से चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी. अभी रसायन, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा होना बाकी है.
ब्लैक होल बनने का बताया यह कारण
रोजर पेनरोस ने ब्लैक होल बनने का कारण सापेक्षता का सामान्य सिद्धांत बताया है. वहीं, रेनहार्ड और एंड्रिया ने बताया है कि एक अदृश्य और भारी वस्तु आकाशगंगा में स्थित तारों की कक्षाओं को नियंत्रित करती है. ब्लैक होल के बारे में इनका कहना है कि अभी सिर्फ सुपरमैसिव ब्लैक होल के बारे में ही उन्हें पता चला है.
सुपरमैसिव ब्लैक होल का द्रव्यमान हमारे सूर्य की तुलना में चालीस लाख गुना अधिक है. वर्ष 2019 में विज्ञानियों को पहली बार किसी ब्लैक होल की ऑप्टिकल इमेज मिली थी. बता दें कि, आइंस्टीन ने 1915 के अपने सापेक्षता के सिद्धांत में कहा था कि गुरुत्वाकार्षण के जरिये अंतरिक्ष और समय को प्रभावित किया जा सकता है.
हालांकि, उन्होंने उस समय ब्लैक होल्स जैसी किसी चीज से इन्कार किया था. 1965 में पेनरोज ने एक शोध पत्र के माध्यम से साबित किया था कि ब्लैक होल्स वास्वत में बन सकते हैं.
गेज फिजिक्स का नोबेल पानी वाली चौथी महिला
गेज फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार पाने वाली चौथी महिला हैं. वर्ष 1903 में पहली बार मैरी क्यूरी को यह पुरस्कार दिया गया था. इसके बाद 1963 में मारिया गोइपर्ट मेयर, वर्ष 2018 में डोन्ना स्ट्रिकलैंड को यह पुरस्कार मिला. पुरस्कार की घोषणा के बाद एंड्रिया ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि इस पुरस्कार की घोषणा के बाद अन्य युवा महिलाएं इस क्षेत्र में आकर काम करेंगी.
एंड्रिया गेज अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की रहने वाली हैं और लॉस एंजिलिस स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में प्रोफेसर हैं. जर्मनी निवासी रेनहार्ड जेनजेल अमेरिका स्थित मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट में प्रोफेसर हैं जबकि, रोजर पेनरोज इंग्लैंड के हैं और वे आक्सफोर्ड यूनिवर्सिंटी में प्रोफेसर हैं.
वर्ष 2019 में भी कास्मोलॉजी (ब्रह्मांड विज्ञान) के क्षेत्र में काम करने वाले तीन विज्ञानियों को नोबेल पुरस्कार दिया गया था. जेम्स पीबल्स को ब्रह्मांड विज्ञान पर नए सिद्धांत रखने के लिए जबकि मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज को सौरमंडल से परे एक और ग्रह खोजने के लिए संयुक्त रूप से पुरस्कार दिया गया है.
जेम्स पीबल्स कनाडाई मूल के अमेरिकी नागरिक हैं और उन्होंने बिग बैंग, डार्क मैटर और डार्क एनर्जी पर जो काम किया है, उसे आधुनिक ब्रह्मांड विज्ञान का आधार माना जाता है.