कावड़ यात्रा को शुरू करने के लिए सड़कों पर व्यापारी, पढ़े पूरी खबर | Nation One
उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा कांवड़ मेले पर पाबंदी लगाने के बाद हरिद्वार के व्यापारी काफी आक्रोशित है। व्यापारियों ने आज कांवड़ मेले को शुरू करने के लिए हर की पैड़ी से कावड़ मैं जल भरकर शहर भर में भ्रमण किया और उत्तराखंड सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया।
साथ ही सरकार से मांग की कि जिस तरह से मठ मंदिरों को खोल दिया गया है उसी तरीके से कावड़ यात्रा को भी सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से शुरू किया जाए, जिससे व्यापारियों को भी नुकसान से बचाया जा सके, क्योंकि लॉक डाउन की वजह से व्यापारियों को काफी नुकसान हो चुका है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार कावड़ मेले से पाबंदी नहीं हटाती है तो व्यापारी आंदोलन की राह पर होगा।
कांवड़ मेले पर सरकार द्वारा पाबंदी हटाने के लिए हरिद्वार के व्यापारी आज सड़कों पर उतरे और कावड़ को कंधे पर रखकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना है कि कांवड़ मेले को शुरू करने की मांग की जा रही है। व्यापारी इस वक्त काफी परेशान है, व्यापार पूरी तरह से ठप पड़ा है।
उन्होंने कहा कि व्यापारियों को सिर्फ कांवड़ मेले से आस थी और सरकार ने उस पर भी बैन लगा दिया है। सरकार को कांवड़ मेले से बैन हटा देना चाहिए नहीं तो व्यापारी आंदोलन की राह पर होगा, क्योंकि व्यापार ना होने की वजह से बच्चों की स्कूल की फीस, बिजली पानी के बिल भी जमा नहीं हो सकेंगे।
व्यापारियों ने कहा कि सरकार सोई हुई है अगर सरकार नहीं जागेगी तो हम उन्हें जगाने का कार्य करेंगे। व्यापारियों का कहना है कि यह कावड़ यात्रा सदियों से चली आ रही है और इस यात्रा में किसी प्रकार का विघ डालना सरकार के लिए उचित नहीं है। यह सरकार धर्म समर्थक सरकार है, सोशल डिस्टेंस के माध्यम से कावड़ यात्रा को भी चलाया जाए क्योंकि तीर्थ यात्रा से ही हरिद्वार तीर्थ की पहचान है अगर तीर्थ यात्रा नहीं होगी तो फिर तीर्थ का महत्व ही क्या होगा।
कावड़ यात्रा को शुरू कराने के लिए व्यापारी अब आंदोलन की राह पर है क्योंकि कावड़ यात्रा के माध्यम से हरिद्वार का व्यापार भी बढ़ता है। काफी लंबे समय से हरिद्वार का व्यापार ठप पड़ा है व्यापारियों को आस थी की कावड़ यात्रा के माध्यम से एक बार फिर व्यापार पटरी पर आ सकेगा मगर उत्तराखंड सरकार ने कावड़ यात्रा पर पाबंदी लगाकर व्यापारियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अब देखना होगा व्यापारी द्वारा किए जा रहे आंदोलन के बाद उत्तराखंड सरकार इस मामले पर ध्यान देती है या फिर कावड़ यात्रा पर पूर्णता प्रतिबंध रहता है यह देखने वाली बात होगी।
हरिद्वार से वंदना गुप्ता की रिपोर्ट