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IAS बी. चंद्रकला के घर पर CBI की छापेमारी, इस मामले को लेकर हुआ बड़ा खुलासा
लखनऊ: तेज तर्रार तथा सोशल मीडिया पर अपने कामों की वजह से शुर्खियों में रहने वाली आइएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के आवास पर लखनऊ में सीबीआई की एक टीम ने आज छापा मारा। वही इस छापेमारी के दौरान सीबीआई की टीम ने उनके घर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए है। उस समय बी.चंद्रकला अपने आवास में नहीं थीं। बता दें कि सीबीआइ का यह छापा इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर मारा गया।
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दरअसल, बी चंद्रकला पर हमीरपुर में जिलाधिकारी रहते हुए अवैध खनन व अपने चहेतों को खनन पट्टे देने का आरोप है। जिसके चलते आज सीबीआइ की एक टीम ने बी चंद्रकला के घर पर छापेमारी की। एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दो साल पहले हाईकोर्ट ने बी चंद्रकला द्वारा आवंटित सभी मौरंग खनन के पट्टों को खारिज कर दिया था। साथ ही उनके कार्यकाल के दौरान हुए खनन व पट्टों के आवंटन की सीबीआई जांच का आदेश दिया था।
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वही इसी के चलते आज सुबह इलाहबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआइ की एक टीम ने बी चंद्रकला के लखनऊ में योजना भवन के समीप स्थित सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में छापा मारा। इसके साथ ही हमीरपुर, जलौन, बुलंदशहर आदि कई जगहों पर भी अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की। इनमें हमीरपुर में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष व एमएलसी रमेश मिश्रा व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजीव दीक्षित के आवास व कार्यालयों भी शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य खनन माफियाओं के गोदाम में सीबीआई टीम की छापेमारी की गई।
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कार्रवाई कर बाहर निकले सीबीआई अधिकारियों ने इस संबंध में मीडिया से कोई बात नहीं की। चंद्रकला यूपी कैडर में 2008 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में बी.चन्द्रकला आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी। आरोप है कि इस आईएएस ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। जबकि ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी।