
इलाहाबाद का नाम जल्द होगा प्रयागराज, सीएम योगी ने किया ऐलान….
इलाहाबाद: गंगा-यमुना की संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदले जाने की चर्चा पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को कहा कि अब जल्द ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने का प्रयास चल रहा है। सीेएम योगी और कई कैबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी में नाम बदलने के लिए दिए गए प्रस्ताव पर राज्यपाल रामनाईक ने भी सहमति जताई। लेकिन इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने की योगी की घोषणा के साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राज्यपाल महोदय ने भी इस पर अपनी सहमति दी है। जब हम प्रयाग की बात करते हैं तो जहां दो नदियों का संगम होता है, वह अपने आप में एक प्रयाग हो जाता है। आपको उत्तराखंड में विष्णु प्रयाग, देव प्रयाग, रुद्र प्रयाग, देव प्रयाग, कर्ण प्रयाग देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय से निकलने वाली दो देव तुल्य पवित्र नदियां- गंगा और यमुना का संगम इस पावन धरती पर होता है तो स्वभाविक तौर पर यह सभी प्रयागों का राजा है, इसलिए यह प्रयागराज कहलाता है। हमने उनकी इस बात का समर्थन किया है और हमारा प्रयास होगा कि बहुत जल्द हम इस नगर का नाम प्रयागराज करें।
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उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन कर चुकी है। उन्होंने बताया कि कुंभ में पहली बार श्रद्धालुओं को किले के भीतर अक्षयवट वृक्ष और सरस्वती कूप के भी दर्शन होंगे। कल्पवासियों और संत जनों के लिए खाद्यान्न आपूर्ति की समुचित व्यवस्था की जा रही है और 100 से अधिक मिल्क बूथ लगाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 2019 में होने वाले कुंभ आयोजन से पहले योगी सरकार ‘इलाहाबाद’ का नाम बदलकर ‘प्रयागराज’ करने की तैयारी में पहले से ही जुट गई थी। इससे पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मई महीने में ‘इलाहाबाद’ दौरे के वक्त उन्होंने कहा था कि ‘इलाहाबाद’ की पहचान यहां तीन नदियों के संगम की वजह से है, इसलिए इसका नाम ‘प्रयागराज’ होना चाहिए। कुंभ आयोजन से पहले इस काम को पूरा कर देने की बात भी कही थी।