पिथौरागढ़: एक बार फिर दिखी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, गर्भवती ने सड़क किनारे दिया बच्चे को जन्म..
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के मामले सामने आना कोई नई बात नही है। यहां आए दिन स्वास्थ्य विभाग की कोई ना कोई लापरवाही सामने आ ही जाती है। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों की स्थिति तो कुछ ऐसी हो गई है कि लोगों को अब मजबूरन ऐसी परिस्थतियों से गुजरना पड़ रहा है। पहाड़ों में गर्भवती महिला को 108 की सुविधा ना मिलना कोई नई बता नही है। जी हां हम बात कर रहे है उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की।
जहां एक गर्भवती महिला को मजबूरन सड़क के किनारे ही बच्चे को जन्म देना पड़ा । 108 सेवा के खडे रहने से महिला को समय पर टैक्सी नहीं मिल पाई। परिजनों ने किसी तरह टैक्सी का इंतजाम कर महिला को जिला महिला अस्पताल ला रहे थे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला ने रास्ते में सड़क किनारे बच्चे को जन्म दिया। दरअसल स्वास्थ्य विभाग की लगातार हो रही इन लापरवाहियों से गर्भवती महिलाओं को ऐसी हालातों से गुजरना पड़ रहा है।
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रविवार की सुबह मड़ेगांव (वड्डा) निवासी लक्ष्मी देवी को प्रसव पीड़ा शुरु हुई। परिजनों के मुताबिक 108 सेवा में तेल नहीं होने से उन्हें 108 सेवा नहीं मिल पाई। एक घंटे इधर-उधर भटकने के बाद परिजनों को एक हजार रुपये में टैक्सी मिली।
इस दौरान महिला तड़पती रही। जब महिला को जिला मुख्यालय लाया जा रहा था तो बीच रास्ते में ही महिला को तेज दर्द होने लगा। जिससे महिला को सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म देने के लिए विवश होना पड़ा। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है।
सड़क किनारे प्रसव होना दुर्भाग्यपूर्ण है। 108 वाहनों में डीजल की समस्या निदेशक को बता दी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही बजट मिल जाएगा।
डॉ. ऊषा गुंज्याल, सीएमओ पिथौरागढ़