Jhansi मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात बच्चों की मौत, परिजनों में मचा हड़कंप | Nation One
Jhansi – उत्तरप्रदेश के झांसी से एक वीचलीत करने वाला हादसा सामने आ रहा है। झांसी मेडीकल कॉलेज के चिल्ड्रन केयर वार्ड में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई वही 16 नवजात अभी भी जिंदगी के लिए लड़ रहे हैं।
उत्तरप्रदेश के झांसी के एक मेडीकल कॉलेज में चाईल्ड केयर वार्ड में में शुक्रवार देर रात लगी आग में 10 बच्चों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई है. इस दौरान 16 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए.
पहले कहा जा रहा था कि शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगी थी लेकिन अब अलग खबर सामने आ रही है. झांसी अग्निकांड प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को जोड़ने के लिए माचिस की तीली जलाई और जैसे ही माचिस जली, पूरे वार्ड में आग लग गई।
Jhansi – NICU में 54 बच्चे थे मौजुद
बताया जा रहा है कि NICU वार्ड में करीब 54 बच्चे थे। अचानक से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में आग लग गई जिससे आक्सीजन से भरे NICU वार्ड में आग फैल गई । झांसी डिविजन के DIG ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है जो घायल हैं उन्हें शिफ्ट करने कार्य चल रहा है। सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है और 12 घंटों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
हैरानी की बात ये रही कि आग लगने के बाद ना फायर अलार्म बजा ना ही वार्ड में रखे सिलेंडर किसी काम के थे। सिलेंडर पर 2019 की फिलिंग डेट है और एक्सपायरी 2020 की है. यानि फायर एक्सटिंग्विशर को एक्सपायर हुए साल साल हो चुके थे और खाली दिखाने के लिए ये सिलेंडर यहां रखे हुए थे।
आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि बच्चों को रखने वाली मशीनें पूरी तरह जलकर खाक हो गई हैं। पूरा वार्ड तहस-नहस हो गया है। लाइटें काटी हुई हैं.झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को हुए भीषण अग्निकांड में 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई, जबकि 17 बच्चे घायल हो गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एडीजी जोन कानपुर आलोक सिंह झांसी के लिए रवाना हो गए हैं। साथ ही, डीआईजी झांसी रेंज और झांसी मंडलायुक्त को मामले की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए है।
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