26 अगस्त रविवार को बहनें भाई को राखी बांधेंगी। जिस दौरान बहनों को एक बात का विशेष ध्यान रखना होगा। रक्षाबंधन पर पूरे दिन भद्रा न होने से बहनें कभी भी राखी बांध सकती हैं। करीब चार साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा।
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धनिष्ठा नक्षत्र होने के कारण सूर्योदय के बाद देर शाम तक राखी बांधने का मुहूर्त रहेगा।पूर्णिमा 25 अगस्त को दोपहर 3:16 बजे से 26 अगस्त को शाम 5:25 बजे तक रहेगी। इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र दोपहर 12:35 बजे तक रहेगा। लेकिन रक्षाबंधन पर बहनों को एक बात विशेष ध्यान रखना है। भाई को राखी बांधते समय उन्हें विशेष पूजन विधि का अनुसरण करना है।
आइए जानते हैं पूजन विधि…
- सबसे पहले पूजा की थाल तैयार कर लें।
- इस थाल में रोली, मिठाई, पान का पत्ता, कुमकुम, रक्षा सूत्र, अक्षत, पीला सरसों, दीपक और राखी रख लें।
- अब भाई को तिलक लगाएं।
- दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र बांधें, उसके बाद राखी को बांधें। फिर भाई की आरती उतारें। भाई को मिठाई खिला दें।
- अगर आपसे बड़ा है तो उसका चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें।
- अगर छोटा है तो उसके सिर पर हाथ रखकर उसे आशीर्वाद दें।
- अंत में पूजा की थाल को पूजा स्थान पर रख दें और दीपक को अंत तक जलने दें।