कोरोना महामारी से लड़ने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर पूरे देश समेत उत्तरप्रदेश में जनता कर्फ़्यू का असर दिख रहाँ हैं. सभी देशवासी इस महामारी को हराने के लिये अपने अपने घरों में परिवार के साथ समय बिता रहें हैं. सभी छोटें बड़े रेस्टोरेंट, दुकाने बंद हैं, रेलवे और रोडवेस के भी चक्के जाम हैं.
ऐसे में राजधानी लखनऊ के कैसरबाग़ बस स्टैंड पर क़रीब 1500 यात्री फँस गये जिनके साथ छोटे बच्चें भी शामिल हैं, खाने की सभी दुकाने बंद होने की वजह से इन यात्रीयो के सामने सबसे बड़ी मुसीबत खाने की खड़ी हों गयीं थीं. लेकिन वही कैसेरबाग़ के रहने वाले युवाओं ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए इन यात्रीयो और बच्चों के लिये तहरी भोज की व्यवस्था कर दी.
मुख्य आयोजक अमित सोनकर ने बताया की उन्हें सुबह जानकारी मिली की कैसरबाग़ बस स्टैंड पर कुछ यात्री भूक़े प्यासे फँसे हुए हैं तो उन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सभी के खाने की व्यवस्था करी. शहर के निरीक्षण पर निकले लखनऊ कमिश्नर ने भी इनके कार्य को सराहा, कमिशनर सुजीत पांडेय के साथ कई अधिकारी भी कैसरबाग़ बस स्टैंड पहुँचे ।