
बाबरी विध्वंस मामले के फैसले पर बोले योगी, सत्य की हुई जीत | Nation One
लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद ढांचा विध्वंस पर दिए गए फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, ‘सत्यमेव जयते के अनुरूप सत्य की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि, ‘यह फैसला स्पष्ट करता है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर वोट बैंक की राजनीति के लिए देश के पूज्य संतों भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, विश्व हिंदू परिषद से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों और समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों को बदनाम करने की नीयत से उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर बदनाम किया गया।’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘इस षड्यंत्र के लिए जिम्मेदार लोग देश की जनता से माफी मांगें। इस फैसले के बाद उन्होंने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को फोन कर बधाई दी।
आपको बता दें कि 28 साल पुराने इस केस में लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत के जज सुरेंद्र कुमार यादव ने फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस केस में सीबीआई की ओर से पेश किए गए सुबूतों को पर्याप्त नहीं माना है। 2300 पन्नों के फैसले में कोर्ट ने कहा है कि ढांचा गिराने में विश्व हिंदू परिषद का कोई रोल नहीं था। बल्कि, कुछ असामाजिक तत्वों ने पीछे से पत्थरबाजी की थी और ढांचा गिराने में कुछ शरारती तत्वों का हाथ था। कोर्ट ने लालकृष्ण आडवामी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया।
ओवैसी ने इसे काला दिन बताया
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बाबरी विध्वंस मामले में कोर्ट के फैसले को काला दिन बताया। कहा कि, फैसले के जरिये क्या संदेश देना चाहते हैं। क्या जादू से बाबरी ढांचे को गिराया गया।