बता दें कि 17 से 21 जनवरी तक चलने वाले खास सम्मेलन का टॉपिक द स्टेट ऑफ द वर्ल्ड है। वहीं इस सम्मेलन में पीएम मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फूमियो, ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन समेत दुनिया के कई नेता अपने विचार रखेंगे।
प्रधानमंत्री का ये संबोधन भारतीय समयानुसार रात साढ़े आठ बजे होगा। वहीं हर साल की तरह ये सम्मेलन स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित किया गया है। हालांकि कोरोना के कारण इसे दूसरी बार वर्चुअल मोड में करना पड़ रहा है।
दुनिया के सभी राष्ट्रध्यक्षों की भागीदारी वाले सम्मेलन के तौर पर ये इस साल का पहला बड़ा आयोजन है।
इससे पहले भी साल 2018 में पीएम मोदी दावोस के वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम में हिस्सा लेने गए थे। बीस साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ये दौरा हुआ था। पीएम मोदी अपने भाषण के कारण काफी चर्चा में रहे थे। दावोस में सम्मेलत की शुरुआत गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड के दावोस में 1971 में इस सम्मेलन की शुरुआत हुई थी।
इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के शीर्ष नेता, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और नागरिक समाज भी भाग लेंगे, जो आज दुनिया के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे और उनसे निपटने के तरीके पर चर्चा करेंगे।
हर साल दुनिया भर के नेता कई आर्थिक मुद्दों पर अपने रखते हैं। राष्ट्रध्यक्षों के अलावा बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रमुख और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लोग भी इसमें हिस्सा लेते हैं।