जल संस्थान के कर्मचारियों और अधिकारियों ने किया कार्य बहिष्कार
नगर के वास्ते क्षेत्र में एक मकान से टुल्लू पंप हटाने के दौरान जल संस्थान कर्मियों के साथ हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया। घटना के विरोध में जल संस्थान के कार्मिक हड़ताल पर चले गए। इससे शहर व आसपास के इलाके में पेयजल संकट भी पैदा हो गया। जल संस्थान के कर्मचारियों और अधिकारियों ने कार्य बहिष्कार कर विभागीय कार्यालय के समक्ष धरना दिया। उनका कहना है कि नगर के वास्ते क्षेत्र में एक मकान में टुल्लू पंप हटाने के दौरान एक महिला अधिवक्ता ने कर्मियों के साथ मारपीट की।
वहीं, उस मामले में ईई एई सहित तीन अन्य कर्मियो पर उक्त महिला वकील ने मापरीट का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जल संस्थान कर्मचारियों ने रिपोर्ट को झूठा बताते हुए प्रभारी डीएम से इस मामले में रिपोर्ट करने वाली महिला के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। साथ ही आरोपो की जांच की माग की थी।
प्रशासन की ओर से नहीं हुई कोई कार्रवाई
इस मामले में प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर जल संस्थान के कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। शनिवार मध्य रात्रि से कर्मचारी और अधिकारी कार्य बहिष्कार चल चले गए। इसके चलते नगर सहित आसपास के क्षेत्रों की पेयजल आपूर्ति ठप रही। साथ ही हड़ताली अधिकारी और कर्मचारी ने जल संस्थान के महाप्रबंधक के कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गए।