देश भर में विरोध के बाद अब आये दिन एक खबर चर्चाओं में हैं कि क्या 16 दिसंबर को निर्भया के punishedको फांसी की सजा मिलेंगी??
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निर्भया के दोषियों को उसी दिन सजा दी जा सकती है जिस तारीख को उसके साथ घिनौना कृत्य किया गया था। निर्भया के दोषियों को 16 दिसंबर की सुबह पांच बजे फांसी दी जा सकती है।
हालांकि इस बात की पुष्टि अभी जेल प्रशासन ने नहीं की है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि फांसी की तारीख लगभग तय है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के जेल अधिकारियों से इस बारे में अनौपचारिक बातचीत चल रही है। दोषी ने दावा किया है कि गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति को जो दया याचिका की फाइल भेजी, उस पर उसके हस्तक्षार नहीं है और न ही उसकी ओर से ऑथोराइज्ड है।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को निर्भया रेप केस के दोषी विनय शर्मा की दया याचिका की फाइल राष्ट्रपति के समक्ष भेजी थी और दया याचिका को खारिज करने की भी सिफारिश की।
अगर राष्ट्रपति निर्भया मामले में दया याचिका खारिज कर देते हैं तो संबंधित कोर्ट दोषी को फांसी पर लटकाए जाने के लिए डेथ वारंट जारी करेगा।
कोर्ट यह भी तय करेगा कि किस तारीख को दोषी को फांसी दी जाएगी। लेकिन राष्ट्रपति पहले ही पोक्सो एक्ट के तहत होने वाले घटनाओं को लेकर पहले ही कह चुके हैं इन मामलो में दया याचिका खारिज होनी चाहिए।
आईए आपको बताते हैं देश के किन मामलों में आज तक किस-किस को फांसी हुई है…
देश में 14 अगस्त 2004 को कोलकाता में 15 वर्षीय छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोप में धनंजय चटर्जी को फांसी दी गई थी।
राष्ट्रीय लॉ विश्वविद्यालय के मुताबिक आजादी के बाद भारत में 1414 अपराधियों को फांसी की सजा दी गई।
आजादी के बाद पहली फांसी नाथूराम गोडसे को हुई थी।
वहीं 2018 में अलग-अलग अदालतों ने 162 लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई गयी थी पर किसी को फांसी नहीं हुई।
अब देखना होगा कि आखिर कितनी जल्दी आरोपियों को सजा दी जाती है क्योंकी अगर न्याय कि मिशाल पेस करनी है तो आरोपियों को सजा जरूरी हैं। जिससे की अपराधियों में भय पैदा हो, क्योंकी आये दिन रेप की घटनाओं से लोग भारत के कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
आपको बता दे 2018 में 54 देशों में 2531 लोगों को अलग-अलग अपराधों में मृत्युदंड दिया गया जिसके बाद उन देशों में अपराधों में भी कमी पाई गयी है।
अब देखना ये होगा कि क्या सच में 16 दिसंबर को दोषियों फांसी की सजा होगी ?