घरेलू गैस की कालाबाजारी के पीछे सफेदपोश का हाथ
लंढौरा के थिथौला में घरेलू गैस की कालाबाजारी में एक सफेदपोश का हाथ है। यही सफेदपोश इस पूरे नेटवर्क को संचालित कर रहा है। पुलिस की कार्रवाई के दिन आरोपी मौके पर मौजूद नहीं था। इस मामले में शीघ्र ही मास्टरमाइंड पर शिकंजा कस सकता है। इस पूरे गिरोह के तार गुजरात से जुड़े है।
लंढौरा के थिथौला गांव में बहुत समय से गैस की कालाबाजारी का कारोबार चल रहा है। इस जगह से डीजल और पेट्रोल, मिट्टी तेल के अलावा अब गैस की कालाबाजारी का मामला भी सामने आया है। एसओजी और मंगलौर पुलिस की टीम ने बुधवार को कैप्सूल (गैस का टैंकर) से गैस की रिफ¨लग करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर इस नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क के तार गुजरात से जुड़े हैं। लंढौरा से गुजरात तक इस नेटवर्क में 20 से अधिक माफिया शामिल हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुजरात से गैस का कैप्सूल चलने के साथ ही माफिया को फोन पर इसकी जानकारी हो जाती है। साथ ही चालक भी माफिया के संपर्क में होता है। इसके बाद लंढौरा पहुंचते ही गैस की कालाबाजारी का धंधा शुरू हो जाता है।
गिरोह को चलाने वाला असली मास्टर माइंड सफेदपोश
पुलिस के हत्थे चढ़े तीन आरोपी इस अवैध कारोबार के मोहरे हैं। इस गिरोह को चलाने वाला असली मास्टर माइंड सफेदपोश है। इस सफेदपोश के इशारे पर लंढौरा क्षेत्र में गैस का यह अवैध कारोबार चल रहा है। पुलिस को इसकी संलिप्तता की जानकारी मिली है। पुलिस इस पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि इस नेटवर्क की कमर तोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस पूरे खेल के पीछे कुछ और लोगों की भूमिका सामने आ रही है। इस मामले में कुछ और गिरफ्तारी भी हो सकती है।