दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोग अपने साथ छोटे-छोटे बच्चे भी साथ ला रहे हैं। बीते दिनों शाहीन बाग में एक महिला के साथ आए उसके मात्र चार माह के बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसकी मौत ठंड से हुई।
इस मामले पर मुंबई की एक छात्रा गुणरत्न सदावर्ते ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिख कर कहा कि ये बच्चों के जीने के अधिकार का उल्लंघन है.इस प्रकार से छोटे-छोटे बच्चों को प्रदर्शन में लाया जाना गलत है, सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस पर गाइडलाइन बनाई जानी चाहिए। आज सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई की, जिसमें फटकार लगाते हुए कहा कि क्या 4 माह का बच्चा भी प्रदर्शन करने वहां आया था? वहीं सुप्रीम कोर्ट में कुछ महिलाओं द्वारा अपनी तरफ से ये पक्ष रखा गया कि उनके बच्चों को स्कूल में पाकिस्तानी कहकर बुलाया जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस मामले में नोटिस जारी किया है।
आपको बता दें सदावर्ते को बहादुरी पुरूष्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। गुणरत्न सदावर्ते सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा हैं उन्होंने मुंबई के एक टॉवर में लगी आग से कई लोगों की जान बचाई थी। उनके इस पत्र को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक याचिका पत्र के रूप में लिया गया।