भुने या भिगोए हुए चने – कौन है सेहत के लिए बेहतर? चना भारतीय रसोई में एक आम लेकिन ताकतवर फूड है। मगर सेहत के लिए बेहतर विकल्प कौन सा है, ये जानना दिलचस्प है।

भुने चने – क्रंच के साथ पोषण भुने हुए चने स्वाद में क्रंची होते हैं और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते। इनमें प्रोटीन भरपूर होता है जो मांसपेशियों को मज़बूती देता है। काम के दौरान हेल्दी स्नैक चाहिए तो ये शानदार ऑप्शन है।

भिगोए हुए चने – सादगी में सेहत भिगोए हुए चने हल्के और पचने में आसान होते हैं। रातभर पानी में भिगोकर सुबह इनका सेवन करने से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। यह स्किन को ग्लो देता है और मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है।

पेट की सेहत में अंतर अगर पेट साफ रखना चाहते हो और कब्ज से बचना है, तो भिगोए हुए चने बेहतर माने जाते हैं। दूसरी ओर, भुने हुए चने फाइबर से भरे होते हैं लेकिन पचने में थोड़े समय लेते हैं।

एनर्जी और एक्टिवनेस के लिए सुबह-सुबह एक मुट्ठी भिगोए हुए चने शरीर को अंदर से साफ करके दिनभर की ऊर्जा देने में मदद करते हैं। वहीं, भुने हुए चने तुरंत एनर्जी देने वाले ‘ऑन-द-गो’ स्नैक हैं।

वजन घटाने में कौन आगे? दोनों ही चने वजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए बेहतरीन हैं। भिगोए हुए चने शरीर को अंदर से दुरुस्त रखते हैं, जबकि भुने हुए चने लंबे समय तक भूख को दबाकर कैलोरी इनटेक घटाते हैं।

कौन है असली विनर? अगर आप दिन की शुरुआत हेल्दी और क्लीन तरीके से करना चाहते हैं, तो भिगोए हुए चने बेस्ट हैं। लेकिन दिनभर की हल्की भूख के लिए भुने हुए चने परफेक्ट चॉइस हैं।

भुने और भिगोए हुए – दोनों ही चने अपने-अपने तरीके से फायदेमंद हैं। एक आपको ताकत देता है, तो दूसरा आपकी आंतों को साफ करता है। सही वक्त पर सही रूप में इनका सेवन आपकी सेहत को नई दिशा दे सकता है।