अल्मोड़ा में जल संस्थान ने खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। विभाग गर्मी पड़ने से पूर्व ऐसे सभी खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत करने का काम करेगा ताकि गर्मियों के सीजन में लोगों को पानी के लिए परेशान न होना पड़े। विभाग के इस कदम से ग्रामीण क्षेत्र के उन लोगों को काफी राहत मिलेगी जो हैंडपंपों पर निर्भर हैं। अल्मोड़ा जिले में जल संस्थान के कुल 1272 हैंडपंप हैं। इसमें 532 हैंडपंप अल्मोड़ा में हैं, 619 रानीखेत में तथा 121 सल्ट रामनगर वितरण क्षेत्र में हैं।
करीब 30 हैंडपंप निष्क्रिय अवस्था में हैं तो कई हैंडपंपों में कम पानी आने या फिर सही नहीं चलने की शिकायतें लगातार विभाग के पास आ रही हैं। इसमें सबसे अधिक 13 हैंडपंप रानीखेत में निष्क्रिय पड़े हैं, अल्मोड़ा के 8 तथा सल्ट रामनगर के 9 हैंडपंप निष्क्रिय होने के चलते खराब पड़े हैं। सल्ट, रानीखेत, द्वाराहाट और अल्मोड़ा जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इन्हीं हैंडपंपों के पानी से गर्मियों में काम चलाते हैं।
हैंडपंप खराब होने के चलते उन्हे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गर्मियों में जलस्रोतों का पानी कम होने के चलते भी सबसे अधिक लोड इन हैंडपंपों पर ही पड़ता है। इसलिए जल संस्थान ने समय रहते सभी खराब हो चुके या सुचारू नहीं चल रहे हैंडपंपों की मरम्मत का निर्णय लिया है।
कुछ स्थानों पर कंपनी के टेक्नीशियनों ने किया काम शुरू
पिछले दिनों अल्मोड़ा दौरे पर आए जल संस्थान के सीएमडी एसके गुप्ता ने भी खराब हैंडपंपों को सही करने की प्राथमिकता जताई थी। इसके लिए निविदा के माध्यम से कंपनी को आर्डर दे दिया गया है। कुछ स्थानों पर कंपनी के टेक्नीशियनों ने काम करना भी शुरू कर दिया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इससे समय रहते ही हैंडपंपों की मरम्मत हो जाएगी और गर्मियों में जनता को काफी राहत मिलेगी।
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