बागेश्वर: सरकार वोट मागने के समय पर वायदे तो बहुत करती है लेकिन उन वायदो को कभी पुरा करने की कोशिश नही करती है, जिसकी वजह से गावं के लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और फिर पलायन करने पर मजबुर हो जाते है। ऐसे ही एक मामला बागेश्वर जिले के कठपुडियॉछिना के इलाके में सामने आया है, जहां पर आधी अधूरी सड़क से ग्रामीण जान हथेली पर रख कर सफर तय करते है।
आपको बता दे की शेराघाट मोटर मार्ग का निर्माण 1981 से शुरू हो गया था, लेकिन अभी तक सड़क नही बन पाई है। सरकारे आती है और जाती है लेकिन गांव की समस्याएं जस की तस बनी हुई है। और ग्रामीणो को तकदीर के भरोसे मरने के लिए छोड़ दिया जाता है।
वही ग्रामीण और गांव के प्रधान का कहना है कि गांव में वोट मांगने के समय विधायक, सांसद आते है, वादे करते है और लोगो के वोट लेकर जाते है, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद गांव की तरफ कोई झांकने तक का प्रयास नही करता है। वही लोक निर्माण विभाग के अधिशासी एम सी शर्मा का कहना है कि यह सडक अलग-अलग कार्यदायी संस्थाओ के पास है.,और सड़क मिलान के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शासन से प्रस्ताव आने बाद ही आगे की कार्यवाही कि जायेगी।