Video: एक टीचर जो बनी मानवता की मिसाल….
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु,
गुरु देवो महेश्वरा,
गुरु साक्षात परब्रह्म,
टीचर्स डे डाक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्ण के बर्थडे के दिन मनाया जाता है। लेकिन भारत में और भी ऐसी कई हस्तियां रही हैं जो दुनिया भर में जानी जाती है।
उन महान हस्तियों में से एक है मदर टेरेसा, जिनके मन में हर किसी के लिए प्यार इज्जत और अपना पन होता था। मदर टेरेसा हर समय दूसरों की मदद के लिए तैयार रहती थीं। अपने देश मेसेडोनिया से 17 साल की कम उम्र में भारत आई एग्नेस, जिस उम्र में बच्चे अपने बारे में भी सोच नहीं पाते उस उम्र में दुनिया की भलाई के बारे में सोचने लगी थीं। मदर टेरेसा का असल नाम एग्नेस था कोलकता के कान्वेंट में नन एग्नेस टीचर थी और धीरे- धीरे गरीब बच्चों की शिक्षा की ओर झुकाव बढ़ता चला गया।
अपने आराम को त्याग कर रूख किया झुग्गी -झोंपड़ियों का ओर गरीब बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा लिया। उन्हीं की छात्राओं ने बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ गरीब, असहाय, बीमार लोगों की सेवा भी करनी शुरू कर दी और ता उम्र मानवता को सौंप दी।
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मदर टेरेसा को दुनिया के सर्वोच सम्मान नोबल पीस प्राईज से सम्मानित किया गया। मदर टेरेसा में लाखों खासियत थी। वो कहती थी हर व्यक्ति में भगवान होता है और वे भगवान की सेवा कर रही हैं। और मानवता की सेवा करके वो भगवान को खुश कर रहीं हैं। उनके नक्शे कदम पर आज भी उनकी संस्था Missionaries of Charity। मानवता की सेवा कर रही है।