Uttarakhand : रामदेव बाबा का बड़ा बयान, बोले- 30 साल की मेहनत पर 1 मिनट में फेर दिया पानी | Nation One
Uttarakhand : योग गुरु बाबा रामदेव ने पंतजलि के उत्पादों को बनाने वाली दिव्य फार्मेसी की दवाओं पर प्रतिबंध लगाने मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि 30 वर्षों की कड़ी मेहनत पर अफसर ने एक मिनट में पानी फेर दिया। आयुर्वेद अफसर पर खूब बरसते हुए बाबा ने सवाल पूछा कि उसकी हिम्मत कैसे हुई?
उन्होंने कहा कि अफसर ने माफी मांग ली तो हमने माफ कर दिया क्योंकि हम तो साधु हैं, नहीं तो उसने बहुत बड़ा पाप किया था। उन्होंने कहा कि नियम एवं मापदंडों का पूरा करने पर ही हमें लाइसेंस दिया गया था तथा इसी के तहत आयुर्वेदिक दवाइयां बनाईं जा रहीं थीं।
Uttarakhand : मापदंडों के तहत ही दवाइयां
उन्होंने पूछा कि नियम एवं मापदंडों के तहत ही दवाइयां बनाईं जा रहीं थो, तो वह अफसर बंद कैसे कर सकता है। यदि विज्ञापन की ही बात थी तो पूछना चाहिए था?
उन्होंने कहा कि सरकार का दरवाजा खटखटाने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पहल करते हुए कहा कि इस मुर्खतापूर्ण कार्य मत करो तथा बाद में पाबंदी को हटा दिया गया।
Uttarakhand : आयुर्वेदिक दवा पर पाबंदी लगाए जाना गैर-जिम्मेदाराना
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेदिक दवा पर पाबंदी लगाए जाने को गैर-जिम्मेदाराना काम बताया। उन्होंने कहा कि अफसर की कृत्य से आयुर्वेद एवं आयुर्वेदिक परंपरा का नुकसान हुआ है। हमने इस मामले का पूरा संज्ञान लेते हुए सरकार के सामने अपना पक्ष रखा तथा उत्तराखंड सरकार ने गलती में सुधार किया।
बालकृष्ण ने कहा कि यह किसी एक अफसर का सामर्थ्य नहीं है। उन्होंने कहा कि पतंजलि रुकने वाला नहीं है तथा हम लीगल एक्शन भी लेंगे। उनका कहना था कि यह एक साजिश के तहत हुआ है तथा इसके पीछे की वजहों तक जाएंगे।
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