Uttarakhand : राष्ट्रीय खेलों की तैयारियां तेज, तैयारियों को लेकर संजीदा नहीं दिख रहे स्थानिय अफसर | Nation One
Uttarakhand : प्रदेश में 28 जनवरी 2025 से 14 फरवरी 2025 तक 38वें राष्ट्रीय खेल का आयोजन होने जा रहा है। लेकिन स्थानिय अफसर तैयारियां पूरी करने के लिए संजीदा नहीं दिखाई दे रहे।
उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों का सारी तैयारयां तेज हो चुकी है। लेकिन स्थानिय अफसर तैयारियों को लेकर संजीदा नहीं दिखाई दे रहे। 28 जनवरी से 14 फरवरी तक प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों पर भारतीय ओलंपिक संघ ने बुधवार को अंतिम मुहर लगा दी है। इसी कारण खेल निदेशक तैयारी तेज कराने के लिए पहुंचे थे। यहां खो-खो, तलवारबाजी, फुटबाल, वुशु, मॉडर्न पेंटाथलॉन आदि की प्रतियोगिताएं होना हैं।
निदेशक के दौरे के वक्त उप खेल निदेशक, जिला खेल अधिकारी, उप जिला खेल अधिकारी, कोच समेत कई विशेषज्ञ मौजूद थे। वह स्टेडियम के हर हिस्से में गए। इस दौरान निदेशक के पूछे गए मामूली सवालों के जवाब अधिकारी नहीं दे पाए। निदेशक ने पूछा स्टेडियम कब बना, खाली हॉल किसके लिए प्रयोग होगा। दोनों ही सवालों का जवाब उन्हें नहीं मिल पाया।
Uttarakhand : गूगल लेंस से तलाशने लगे जवाब
वही जब बैडमिंटन हॉल में लगे स्मोक सेंसर के बारे में पूछा गया तो अफसर फोटो खींचकर गूगल लेंस पर तलाशने लगे। हद तो तब हो गई जब खाली पड़े जिम में संसाधन पर चर्चा शुरू हुई। उन्होंने पूछा हमें क्या-क्या संसाधन चाहिए, कितना बजट आएगा। कोई जवाब नहीं दे सका। तब निदेशक को यह तक कहना पड़ा कि यहां कोई अनुभवी है जो बता सके। तब भी पहले की तरह सन्नाटा छाया रहा।
एक अफसर ने तो मामला खत्म करने के लिए यहां तक कहा दिया कि राष्ट्रीय खेलों के लिए जिम अनिवार्य नहीं है। वही अफसरों के इन जवाबो से ये दिखता है कि जिनके हाथों में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है उनको तैयारियों मे न ही कोई दिलचस्पी है और न ही खेल के बारे में कोई ज्ञान है।
रिपोर्ट – आस्था पूरी
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