उत्तराखंड में सियासी संकट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। तीरथ रावत के इस्तीफे के कई नेताओं के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल हुए, परंतु आलाकमान ने पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगाई। जिसके बाद से ही कुछ सीनियर नेताओं में नाराजगी साफ नजर आ रही है।
उत्तराखंड में सियासी संकट पर विराम लगा ही था कि पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद सीनियर नेता सहज नहीं नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सतपाल महाराज दिल्ली पहुंचे हैं और उनके साथ 35 विधायक इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं, साथ ही हरक सिंह रावत भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बात की है और दोनों नेताओं से नए मुख्यमंत्री का सहयोग करने को कहा है फिर भी सतपाल महाराज दिल्ली में डेरा डाले बैठे हैं।
शाम को शपथ के दौरान कितने पुराने मंत्री शपथ लेंगे उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। वही नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत तीरथ सिंह रावत और भुवन चंद्र खंडूरी आदि कई नेताओं से मुलाकात की।
वहीं तीरथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बंशीधर भगत ने इस बात पर कहा कि यह महज एक अफवाह है पार्टी के सभी नेता एकजुट हैं यदि इस तरह के सवाल मीडिया में उठ रहे हैं तो मीडिया उन 35 विधायकों के नाम भी बताइए।