राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले सरकारी अस्पतालों में नए साल से इलाज महंगा हो जाएगा।
पंजीकरण से लेकर विभिन्न चिकित्सीय जांचों और वार्ड में भर्ती करने आदि का शुल्क दस फीसदी बढ़ना है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन आने वाले दून अस्पताल में इनमें फिलहाल कोई इजाफा नहीं होगा।
शहर के जिला अस्पताल (पंडित दीनदयाल उपाध्याय-कोरोनेशन और गांधी शताब्दी अस्पताल) की बात करें तो ओपीडी में जांच कराने के लिए रजिस्ट्रेशन का पर्चा 17 रुपये के बजाय अब 25 रुपये में बनेगा।
इसी तरह अल्ट्रासाउंड के लिए 518 और एक्स रे के लिए लगभग 200 रुपये देने होंगे।