Uttarakhand : 1 जून के बाद फिर बढ़ सकता है कोविड कर्फ्यू, पढ़ें पूरी खबर | Nation One
उत्तराखंड में कोविड की स्थिति सुधार की तरफ है, रोज-रोज में कोरोना से हालात लगातार बेहतर हो रहे हैं। बिते दिन भी कोरोना के 1687 संक्रमित मरीज मिले, जो लगभग 45 दिनों बाद सबसे कम मामले थे। वहीं एक समय कोरोना का एपिक सेंटर बन चुके देहरादून में भी अब राहत है।
हर रोज जिस देहरादून में ढाई से तीन हजार मामले आ रहे थे वहाँ शनिवार को 285 मामले थे यानि डेढ़ महीने में सबसे कम। ये सबकुछ सख्ती और धैर्य के कारण ही सफलता मिल रही है, साफ है हर दिन गुजरने के साथ-साथ सुधार देखने को मिल रहा है।
इसके बावजूद इस बात की अधिक संभावना है कि तीरथ सरकार अभी कर्फ्यू हटाने के बजाय कोरोना कर्फ्यू को एक हफ्ते और बढ़ा सकती है। कुछ छिटपुट राहत जरूर दी जा सकती है। शासन के सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने में मिल रही कामयाबी से सरकार में संतोष है लेकिन वह कोरोना से सबक लेकर सहमी हुई है।
पहली लहर में सरकार को सफलता मिलने का एहसास हुआ तो सब कुछ खोल दिया गया था इसका नतीजा यह हुआ कि देश के बाकी हिस्सों की तरह उत्तराखंड भी दूसरी लहर की खौफनाक चपेट में आ गया।
इसके चलते 2 महीने से भी कम समय में कोरोना संक्रमितों को संख्या लाख से ऊपर तो मरने वाले लोगों की संक्या भी बढ़ गयी। साफ है सरकार अच्छी होती तस्वीरों के नतीजों के बावजूद अभी एक हफ्ते तक कर्फ्यू कायम रखने के हक में बताई जा रही है। एक और हफ्ते में कोरोना का संक्रमण काबू में दिखेगा तो कर्फ्यू हटाना शुरू किया जा सकता है।
माना जा रहा है अभी एक हफ्ता कर्फ्यू बढ़ाए जाने की संभावना अधिक है इस पर रविवार को फैसला हो सकता है। माना जा रहा है कि 1 जून के बाद से कुछ राहत देने में सरकार पहल करे, इनमें सरकारी, गैर सरकारी दफ्तरों को सीमित कार्मिकों के साथ खोलने और बाजार को हफ्ते में कुछ दिन या फिर कुछ अधिक वक्त तक खोलने की मंजूरी दे सकती है।
लेकिन इतना तय है कि स्टेडियम, मॉल, थिएटर, मल्टीप्लेक्स, स्विमिंग पूल, जिम और किसी भी तरीके के व्यापक आयोजन पर रोक बनी रह सकती है। बाजार खोलने को लेकर सरकार कुछ असमंजस में है, राजधानी के कारोबारी बहुत परेशान है वो लगातार बाजार को खोले जाने के हक में आवाज लगातार बुलंद कर रहे हैं।
सीएम से मिलकर भी गुहार लगा चुके हैं, दूसरी तरफ सरकार को आशंका है बाजार खोल देना कहीं परेशानी का सबब ना बन जाए। सरकार का मानना है की दूसरी लहर के बाद बाजार को खोल दिया जाना ज्यादा खतरनाक हो सकता है, ऐसे में माना जा रहा है कुछ थोड़ी सी राहत के साथ सरकार एक हफ्ते और कर्फ्यू बढ़ा सकती है।