Uttarakhand Foundation Day 2022 : 23 साल का हुआ उत्तराखंड, ये है राज्य के गठन और स्थापना की पूरी कहानी | Nation One
Uttarakhand Foundation Day 2022 : देव भूमि कहे जाने वाला उत्तराखंड आज अपना 23 वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। 9 नवंबर 2000 में उत्तराखंड उत्तरप्रदेश से निकल के एक नया और अलग राज्य बना था।
मुख्य तौर पर उत्तर-पश्चिम के कई भागों के साथ हिमालय पर्वत श्रंखला के हिस्से को मिलाकर कर उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया है। इस उस दौरान इस राज्य का नाम उत्तरांचल था, जिसे स्थापना के कुछ साल बाद बदल कर उत्तराखंड किया गया।
उत्तराखंड देव भूमि होने के साथ साथ-साथ अपनी प्राकृति सुंदरता और सांस्कृति के लिए जाना जाता है। उत्तराखंड की नदियों, ग्लेशियर और पहाड़ों की खूबसूरती के साथ सबसे महत्वपूर्ण चार धाम (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री) की यात्रा के लिए हर साल लाखों लोग उत्तराखंड जाते हैं।
2019 की एक रिपोर्ट के अनुसार केवल घरेलु पर्यटकों की बात करें तो उस साल 37.58 मिलियन घरेलु पर्यटक और 0.15 मिलयन विदेशी पर्यटक उत्तराखंड घूमने पहुंचे थे। हर साल इस पर्यटकों की इस संख्या में बढ़ौतरी होती है। आइए उत्तराखंड के बारे में और अधिक विस्तार से जाने।
Uttarakhand Foundation Day 2022 : उत्तराखंड का इतिहास
भारत में जब रियासतों को राजनीतिक एकीकरण किया जा रहा था उसी दौरान टिहरी गढ़वाल की रियासत भी भारत संघ में शामिल हुई थी। इसके बाद 1950 में भारतीय संविधान के साथ सयुक्त प्रांत का नाम उत्तर प्रदेश रखा गया। अलग राज्य बनाने की मांग तब शुरू हुई जब देखा गया कि उस समय की तत्कालीन सरकार हिमालयी क्षेत्र के लोगों की हितों को पूरा करने और समझने में खरी नहीं उतरी।
बुनियादी ढ़ाचे में कमी, बेरोजगारी, मूल लोगों के प्रवास और विकास की कमी के कारण एक अलग पहाड़ी राज्य की मांग तेज हुई। एक अलग राज्य की मांग के लिए उत्तराखंड क्रांति दल का गठन किया गया और एक अलग राज्य की मांग ने पूरे पहाड़ी क्षेत्र में एक आंदोलन का रूप लिया।
इस संघर्ष के दौरान एक समय ऐसा भी आया की राज्य की मांग करने के लिए चलाए गए आंदोलन एक हिंसक रूप लिया। 2 अक्टूबर 1994 की बात है जब मुजफ्फरनगर में प्रदर्शनकारीयिों की भीड़ पर उत्तर प्रदेश कू पुलिस द्वारा गोलियां चलाई गई, जिसमें कई लोग मारे गए थे, लेकिन फिर भी आंदोलन को बंद नहीं किया गया था।
Uttarakhand Foundation Day 2022 : 9 नवंबर 2000 को उत्तरांचल राज्य का गठन
उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा किये गये लगातार संघर्ष के बाद उत्तर प्रदेश की तत्कालीन सरकरा द्वारा उत्तर प्रदेशन पुनर्गठन अधिनियम, 2000 के माध्यम से 9 नवंबर 2000 को उत्तरांचल राज्य का गठन किया गया और ये भारत का 27वां राज्य बना।
इसके कुछ सालों के बाद 1 जनवरी 2007 में इस राज्य का नाम उत्तरांचल से बदलकर उत्तराखंड किया गया। राज्य के गठन से पहले इस पहाड़ी क्षेत्र को उत्तराखंड के नाम से जना जाता था। उत्तरांचल से उत्तराखंड कर राज्य ने अपना पुराना नाम पुनः प्राप्त किया।
उत्तराखंड संस्कृत बोली का शब्द है जिसका अर्थ “उत्तरी क्षेत्र” है। उत्तराखंड को दो क्षेत्रों यानी रिजन में बांटा गया है गढ़वाल और कुमाऊं, इन दोनों के इतिहास और सासंकृति के माध्यम से उत्तराखंड के इतिहास और सांस्कृति के बारे में जाना जा सकता है। उत्तराखंड की राज्य के रूप में स्थापना के बाद इस राज्य की राजधानी देहारादून को बनाया गया है।
Uttarakhand Foundation Day 2022 : उत्तराखंड स्थापना दिवस समारोह 2022
हर साल उत्तराखंड में उत्तराखंड स्थापना दिवस के उपलक्ष में एक भव्य उत्सव का आयोजन किया जाता है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर शहीद स्थल कचहरी में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों के संघर्ष के परिणामस्वरूप ही हमें नया राज्य मिला। शहीद राज्य आन्दोलनकारियों के सपने के अनुरूप राज्य के विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। 2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
इसके लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना है, जिससे कि राज्य आन्दोलन के शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का समग्र विकास किया जा सके। बता दें कि उत्तराखंड स्थापना दिवस के माध्यम से उत्तराखंड अपनी संस्कृति को दर्शाता है।
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