Uttarakhand Election-2022: राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी कांग्रेस, ‘हरदा’ को धीरे से दिया जोर का झटका | Nation One
देहरादून : पूरे प्रदेश में बदलाव की लहर है। उत्तराखंड (Uttarakhand) में कांग्रेस (Congress) आलाकमान ने राज्य में होने वाले चुनाव से पहले राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) को बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस ने साफ कहा है कि राज्य में विधानसभा चुनाव पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी। लिहाजा चुनाव में सीएम घोषित करने के लिए दबाव बनाने वाले हरीश रावत और उनके समर्थकों की मांग को पार्टी ने दरकिनार किया है।
असल में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने कहा कि राज्य में राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़े जाएंगे पार्टी 50 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाएगी। माना जा रहा है कि राज्य में पार्टी के भीतर गुटबाजी को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। ताकि कोई नेता इसका विरोध ना कर सके।
दरअसल कुमाऊं क्षेत्र के चार जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ व चंपावत के 14 विधानसभा क्षेत्रों के दावेदारों की नब्ज टटोलने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय अल्मोड़ा पहुंचें। स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में कहा कि 21 दिसंबर तक स्क्रीनिंग का कार्यक्रम है। 22 दिसंबर को दावेदारों की फाइनल लिस्ट सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को सौंप दी जाएगी। जिसके बाद प्रत्याशी के नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। अभी तक नौ जिलों की 26 विधानसभा सीटों में 180 दावेदारों से मुलाकात की जा चुकी है। कार्यकर्ताओं में उत्साह है और जनता बदलाव की ओर देख रही है। भाजपा सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल में पूरी तरह असफल साबित हुई है। सरकार वही कार्य पूरे नही कर पाई है जो कांग्रेस सरकार में अधूरे रह गए थे। निराशा के इस दौर में कांग्रेस एक मात्र विकल्प है।
हरीश रावत की सीएम दावेदारी को नकारा
वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि पूरा संगठन एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा और चुनाव के बाद नेतृत्व तय करेंगा कि कौन राज्य का सीएम होगा। इसके लिए चुनाव परिणाम का इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा कि संगठन में टिकट वितरण के लिए किसी भी तरह का कोई फार्मूला नहीं है। जिसकी जनता में मजबूत पकड़ होगी और संगठन हित में काम किया है. पार्टी उसे टिकट देने में प्राथमिकता देगी। यह बात वर्तमान विधायकों और पूर्व विधायकों पर भी लागू होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव में महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।