Uttarakhand : राज्य में आर्थिक अपराध थाना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसी को लेकर अब शासन एक नई पहल शुरू करने जा रहा है.
राज्य में हो रहे आर्थिक अपराध पर विराम लगाने और विवेचना के लिए प्रदेश में अब अलग से आर्थिक अपराध थाना खोला जाएगा.
थाना खुलने के बाद अपराध की विवेचना और जांच में आसानी होगी, इसमें इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाहियों की अलग से टीम होगी जिन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा.
दरअसल राजधानी दून में कई सालों से अपराध के मामले सामने आ रहे हैं. इनमें किटी फ्रॉड से लेकर बैंक धोखाधड़ी जैसी तमाम शिकायतें शामिल है.
अपराध की जांच सामान्य थाना पुलिस करती है. थानों में कई और काम होते हैं, लिहाजा इन मुद्दों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता लेकिन अब जनता को आर्थिक अपराध के खिलाफ तत्काल कार्रवाई देखने को मिलेगी.पिछले साल पुलिस की ओर से एक अपराध थाना खोलने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था.
इस प्रस्ताव में मांग की गई थी कि थाने में विशेष टीम हो, जो अपराध की विवेचना में दक्ष हो. इस प्रस्ताव पर विचार विमश हुआ और गहन मंथन के बाद अब जल्द शासनादेश जारी करने की उम्मीद है. एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि जल्द इस मामले पर शासन में निर्णय लिया जाएगा।