Uttarakhand: जैसे की हम जानते है कि कोरोना काल के बाद कापई बदलाव आए है, लोगो ने क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में उछाल देख उसमे निवेश करना शुरू कर दिया।
लेकिन वह यब भूल गए कि क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर साइबर अपराधों में भी बढ़ोतरी दर्ज होती जा रहा है क्योमकि एक चीज के फायदे के साथ नुक्सान भी होगा।
बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या होगा नही मालूम लेकिन जो लोग इसमें निवेश कर रहे हैं उन्हें सावधान रहने की जरूरत है।
जी हां क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं। और यह धोखेबाज नए-नए तरीके से फ्रॉड कर की जा रही हैं।
वहीं भारत मे अब उत्तराखंड में भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का क्रेज लोगों में बढ़ता जा रहा है।
जिसमे साइबर अपराधी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने और हाई रिटर्न का वादा करने के बहाने लोगों को निशाना बना रहे हैं। और लोगो पैसो की आड़ मे इसे सम समझ रहे है।
जानकारी के अनुसार पिछले एक साल में उत्तराखंड में क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर 1.75 करोड़ की धोखाधड़ी हुई। वही 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तथा 4 मामलों में कार्रवाई हुई।
Uttarakhand: 2021 में नही था क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी का एक भी मामला
वहीं रिपोर्ट के अनुसार 2021 से पहले राज्य में क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी का एक भी मामला नहीं था लेकिन वर्ष 2021 में एक साल के अंदर अलग-अलग मामलों में प्रदेश के लोगों के साथ 1.75 करोड़ रुपये की राशि खो दी। अर आप ध्यान दे तो ये काल कोरोना काल था। जिसमे लोगो ने क्रिप्टोकरेंसी मे निवेश करना शुरू किया था।
अब बात 2022 की करे तो तीन महीनों में क्रिप्टो निवेश के नाम पर साइबर अपराधियों ने दो लोगों से 39.6 लाख रुपये निकालने में कामयाब रहे। जिसमें एक व्यक्ति ने तो 23 लाख तथा दूसरे से 16.6 लाख रुपये ठगे गए।
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हालांकि पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा का कहना है कि साइबर अपराधी निवेशकों को ऊंचे रिटर्न जैसे लुभावने आफर देकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने को कहते हैं।
साइबर अपराधी अधिकतर दलालों के रुप में कार्य करते हैं। ऐसे मामलों को लेकर, साइबर अपराध इकाई ने लोगों को अलर्ट पर रखा गया है।
तो अब निवेश करने से पहने आपको सावधान रहने की भी आवश्यकता है।