Uttarakhand : सीएम का फैसला, संक्रमित बच्चों को होटलों में किया जाएगा आइसोलेट | Nation One

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बता दें कि कोरोना संक्रमित होने पर बच्चों को निकटवर्ती होटलों में आइसोलेट कराने की योजना है। ऐसा इसलिए कि किया जा रहा है क्योंकि इसके जरिए कोरोना संक्रमित बच्चा अकेला नहीं होगा, उसके साथ होटल के अन्य कमरे में उसके अभिभावक भी होंगे। 

बता दें कि मुख्यमंत्री रावत ने यहां कोविड अस्पताल, कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना महामारी से निपटने पर मंथन किया। कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। 

लेकिन सरकार ने अपनी ओर से इस पर प्रभावी रोकथाम के लिए कमर कस ली है। कोरोना संक्रमित होने पर बच्चों को निकटवर्ती होटलों में आइसोलेट कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में बच्चे के साथ अभिभावक भी होटल में अन्य कमरे में रह सकेंगे।

पहाड़ की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सीएचसी और पीएचसी का उच्चीकरण, हर पंचायत में एक-एक एएनएम आदि की व्यवस्था सरकार कर रही है। ताकि गांवों में मरीजों को समय पर प्राथमिक उपचार मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पहले जिला अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट नहीं हुआ करते थे, अब यह सुविधा सीएचसी स्तर तक भी शुरू कर दी गई है। इससे पहले, मुख्यमंत्री तीरथ ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। सीएम और सांसद अजय टम्टा पीपीई किट पहन कर कोविड केयर सेंटर में गए, जहां उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों का हालचाल जाना।