यूपी, पंजाब के लिए सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी उत्तराखंड की बसें | Nation One
देहरादूनः पिछले पांच माह से बंद चल रही उत्तऱाखंड रोडवेज की बसें अब फिर से सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। मुख्यंत्री त्रिवेंद्र रावत ने शुक्रवार देर रात अंतरराज्यीय परिवहन विभाग को इसकी मंजूरी दे दी है। जिन राज्यों में बसें चलाने की अनुमति दी गई है, उनमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान औ पंजाब हैं। इन राज्यों के लिए 100-100 बसें चलाने की अनुमति दी गई है और इतनी ही संख्या में उत्तराखंड आ सकेंगी।
आपको बता दें, परिवहन विभाग की ओर से फाइल मुख्य सचिव को भेज दी गई थी लेकिन, इसमें कुछ शर्तों को देखते हुए फाइल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास भेज दी गई थी। मुख्यमंत्री ने इसमें स्वास्थ्य विभाग से भी राय मांगी थी और विचार-विर्मश के बाद देर रात फाइल अनुमोदित कर दी। अंतरराज्यीय परिवहन को मंजूरी देने को लेकर सबसे बड़ी अड़चन उत्तराखंड प्रवेश करने वालों के पंजीकरण को लेकर थी। समस्या यह थी कि अपनी और दूसरे राज्यों की जो बसें बाहर से प्रदेश में आएंगी उनके यात्रियों का पंजीकरण कैसे चेक होगा, मौजूदा व्यवस्था में प्रदेश की सीमाओं पर बाहरी यात्रियों का पंजीकरण चेक किया जाता है।
इसके साथ ही यात्री कितने दिन के लिए आ रहे हैं और उनके होम क्वारंटाइन आदि की क्या स्थिति है, यह सीमा पर देखी जाती है, रोडवेज के संचालन के बाद यह जांच करना मुनासिब नहीं होगा। विचार चल रहा था कि इसके लिए बस अड्डों पर प्रशासन की टीम तैनात की जाए, जो रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे की तर्ज पर यात्रियों की जांच करे। अपर सचिव परिवहन रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद अब एक-दो दिन में एसओपी जारी कर दी जाएगी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, अंतरराज्यीय परिवहन को लेकर मंजूरी दे दी दी गयी है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान और पंजाब के साथ 100-100 बसों को परस्पर संचालन की अनुमति दी गयी है। परिवहन विभाग को इसकी एसओपी बनाकर व्यवस्था बनाने के आदेश दिए गए हैं।
कोरोना के चलते रोडवेज मुख्यालय बंद
कोरोना संक्रमण होने के चलते रोडवेज मुख्यालय को दो दिन शनिवार और रविवार के लिए बंद कर दिया गया है। बताया गया कि शुक्रवार की सुबह सीआरपीएफ के कुछ जवानों के कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिली। सीआरपीएफ का कार्यालय यूसीएफ (उत्तराखंड को-ऑपरेटिव फेडरेशन) के ही भवन में है। जिस फ्लोर पर सीआरपीएफ कार्यालय है, वहीं पर रोडवेज मुख्यालय भी है। एहतियाती कदम उठाते हुए रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने अगले दो दिन कार्यालय बंद कर सैनिटाइज कराने के आदेश दिए। ऐसे में अगर रोडवेज बसों के संचालन की अनुमति शनिवार को मिल भी जाती है तो मुख्यालय बंद होने से बसों का संचालन सोमवार से पहले शुरू होना संभव नहीं है।