Uttarakhand : भाजपा विधायक को लकेर बड़ी खबर, कोच्चि से बहू गिरफ्तार, विदेश भागने की फिराक में थी | Nation One
Uttarakhand : राज्य से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, टिहरी से भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय के भाई की पत्नी नाजिया यूसुफ को पुलिस ने गिर्फतार किया है। साल 2017 में फर्जी हस्ताक्षर कर सम्पति को खुर्द बुर्द करने के मामले में फरार चल रही नाजिया को कोच्चि अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से अरेस्ट किया गया।
बताया जा रहा है कि टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय के भाई सचिन उपाध्याय की पत्नी नाजिया यूसुफ कोच्चि से विदेश भागने की फिराक में थी। लंबे समय से फरार नाजिया को पुलिस ने इनामी घोषित कर लुकआउट नोटिस जारी किया था। इसलिए नाजिया को एयरपोर्ट अथॉरिटी ने डिटेन कर उत्तराखंड पुलिस को सूचना दी।
Uttarakhand : एक हजार रुपये का इनाम घोषित
धोखाधड़ी की आरोपी सचिन उपाध्याय की पत्नी नाजिया यूसुफ पर पुलिस ने एक हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। धोखाधड़ी के मामले में सचिन उपाध्याय को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है, जो फिलहाल बेल पर बाहर हैं। बता दें कि नाजिया और सचिन के खिलाफ देहरादून के राजपुर थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।
नाजिया यूसुफ वर्ल्ड इंटीग्रेटेड सेंटर की निदेशक भी है। ग्राम चालांग राजपुर निवासी सचिन उपाध्याय और उनकी पत्नी नाजिया यूसुफ के खिलाफ राजपुर थाने में 12 मार्च 2017 को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। यह मुकदमा दिल्ली में कारोबार करने वाले और मूल रूप से दून के ट्रेफलघर अपार्टमेंट धोरणखास निवासी मुकेश जोशी ने दर्ज कराया था।
Uttarakhand : फर्जी हस्ताक्षर कर उनकी संपत्ति खुर्द-बुर्द करने का मुकदमा
मुकेश ने अपनी शिकायत में राजपुर थाना पुलिस को बताया था कि वर्ष 2012 में दिल्ली के एक थाने में सचिन और नाजिया के खिलाफ उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर कर उनकी संपत्ति खुर्द-बुर्द करने का मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
इसमें तय हुआ कि मुकेश को सचिन 2.65 करोड़ रुपये देगा। साथ ही जब तक यह रकम अदा नहीं कर दी जाती, तब तक आरोपित की राजपुर रोड स्थित एक संपत्ति पीड़ित के पास बंधक रहेगी। मुकेश जोशी के अनुसार कई बार संपर्क करने के बावजूद आरोपित ने रुपये नहीं लौटाए।
Uttarakhand : 2020 में आरोपित सचिन उपाध्याय को गिरफ्तार
इसी बीच उन्हें पता चला कि आरोपी ने समझौते के तहत उनके पास बंधक रखी गई संपत्ति पर बैंक से लोन ले लिया है। इसको लेकर मुकेश ने सचिन से विरोध जताया तो उसने रकम देने से इंकार कर दिया और धमकियां देने लगा।
राजपुर थाने में दर्ज मामले में एसआइटी की जांच के बाद पुलिस ने जनवरी 2020 में आरोपित सचिन उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि नाजिया फरार हो गई थी। पुलिस ने नाजिया के आवास पर कोर्ट में पेश होने का नोटिस भी चस्पा किया था, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुई।
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