Uttarakhand : देहरादून से मसूरी तक बनेगा एशिया का दूसरा बड़ा रोपवे | Nation One
उत्तराखंड प्रदेश मे एक और नई उपलब्धि जुड़ने की तैयारी शुरू हो चुकी है। मसूरी जैसे खूबसूरत पर्यटन स्थल की सबसे बड़ी समस्या जाम और वाहनों की पार्किंग की कमी है। बता दें कि समस्या है तो समाधान भी है, जी हां एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रोपवे देहरादून से मसूरी तक बनने जा रहा है। इससे न केवल समय बचेगा बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था भी सुधर जाएगी।
कैसे बनेगा रोपवे?
जानकारी के मुताबित लाइब्रेरी चौक पर रोपवे का स्टेशन होगा, जहां पर पर्यटक चढ़ेंगे और उतरेंगे। इसके लिए पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर ढांचागत निर्माण होगा। इसी तरह, मसूरी रोड से पुरकुल को जोड़ने वाले इलाके की सड़कों को बेहतर किया जाएगा, जिससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा।
मसूरी में क्रिंक्रेग करीब एक हजार वाहनों की मल्टीलेवल पार्किंग तैयार की जा रही है, जिसका एक हिस्सा कुछ समय पूर्व गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया। अब उसका नए सिरे से निर्माण किया जा रहा है। यह दुनिया का पांचवां सबसे लंबा रोपवे है।
क्या है रोपवे की योजना?
बता दें कि योजना के मुताबित पर्यटकों के वाहन रोपवे के पास मल्टीस्टोरी पार्किंग में खड़े कर दिए जाएंगे। फिर वहां से पर्यटक रोपवे के जरिये लाइब्रेरी चौक मसूरी पहुंचेंगे। जहां पर उनके लिए इलेक्ट्रिक कार्ट उपलब्ध रहेगी, जिसकी मदद से वो पहाड़ों की रानी घूम सकेंगे।
देहरादून मसूरी रोपवे का सबसे बड़ा रोड़ा आईटीबीपी की जमीन थी, जिस पर अब केंद्र सरकार ने अड़चन खत्म कर दी है। लोग बिना ट्रैफिक जाम में फंसे हवाई सफर करते हुए देहरादून से मसूरी आ-जा सकेंगे। यह रोप-वे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। इससे उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद
सोमवार को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सौजन्य से लोक सुनवाई का आयोजन किया गया।
एडीएम जीसी गुणवंत ने आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह रोपवे दोनों ही शहरों के लिए पर्यटन दृष्टि से वरदान साबित होगा। रोपवे से महज 15 से 20 मिनट में सफ़र पूरा होगा।
इस मौके पर पर्यटन विभाग के वरिष्ठ शोध अधिकारी एसएस सामंत, जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी, देहरादून जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल सिंह चौहान, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्याम सिंह पुंडीर, क्षेत्र पंचायत सदस्य कनिका रावत, उपेंद्र सिंह थापली, गोदावरी थापली के अलावा होटल एसोसिएशन के सदस्य भी मौजूद थे।