उत्तरप्रदेश: पीड़ित बनकर पुलिस की कार्यशैली की जांच करने पहुंचे सीओ
आए दिन यूपी पुलिस पर आरोप लगते रहे हैं कि यूपी पुलिस को घटना की सूचना दी जाती है लेकिन कभी भी सही वक़्त पर नहीं पहुंचती है। आरोप तो यहां तक लगाया जाता जाता है कि फरियादी को थाने से भगा दिया जाता है। लेकिन आपको बता दें आईजी के निर्देश पर जमीनी स्तर पर पुलिसिया कार्यशैली की जांच हुई तो अमेठी पुलिस शत प्रतिशत नंबर से पास हो गई।
दरअसल मामला कुछ ये था कि आईजी की निर्देश पर सीओ फतेहपुर जिला बाराबंकी कोतवाली मुंशीगंज अमेठी पहुंचे। उन्होंने पीड़ित बनकर कोतवाली को सूचना दी कि पल्सर सवार 2 युवकों द्वारा मुझसे 5 हजार रूपए की लूट की घटना को अंजाम दिया गया, इस घटना को अंजाम देकर वे गौरीगंज की तरफ भाग निकले हैं। जिस पर दीवान अबरार हुसैन ने मामले को तुरंत संज्ञान में लिया और क्षेत्र भ्रमण पर निकले एसएचओ को सूचना दी साथ ही कंट्रोल रूम को भी लूट की सूचना दी।
कन्ट्रोल रूम ने पल्सर की घेराबंदी का वायरलेस मैसेज जिले के गौरीगंज थाने को दी। घटना की सूचना पाते ही कुछ मिनटों में मुंशीगंज कोतवाल मनोज सोनकर दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। जहाँ कोई व्यक्ति उन्हें नहीं मिला। इस पर कोतवाली से पीड़ित को लाया गया। थोड़ी देर बाद उन्हें सीओ फतेहपुर बाराबंकी घटनास्थल पर मौजूद मिले तथा उन्होंने पीड़ित की सूचना की हकीकत से अवगत कराया, तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। इसके बाद कोतवाली पहुंचकर मालखाना, मेस, ऑफिस, फाइलों के रख-रखाव के साथ थाना परिसर का निरीक्षण किया गया।
अमेठी से अशोक श्रीवास्तव की रिपोर्ट