US Abortion Laws : अमेरिका में इन दिनों सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद बवाल मचा हुआ है। शुक्रवार को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को गर्भपात का अधिकार देने वाले 50 साल पुराने अपने ही फैसले को पलट दिया। अब यूएस में महिलाओं के लिए गर्भपात फिर से गैरकानूनी हो गया है।
हालांकि हर राज्य गर्भपात को लेकर अपने-अपने अलग नियम बना सकते हैं, लेकिन कही भी इसे कानूनी मान्यता नहीं दी जाएगी। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की नौ सदस्यीय पीठ ने बहुमत से 50 साल पुराने ‘रो बनाम वेड’ केस के फैसले को पलट दिया।
US Abortion Laws : क्या है ‘रो बनाम वेड’ फैसला?
अमेरिका के कई राज्यों में पहले भी गर्भपात गैरकानूनी माना जाता था और ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़े एक्शन लिए जाते थे। गर्भपात को कानूनी मान्यता की मांग का सबसे पहला मामला 1969 में सामने आया जब 22 साल की जेन रो उर्फ मैककॉर्वी तीसरी बार गर्भवती हुईं।
वो अविवाहित और बेरोजगार थीं, इसलिए अपना तीसरे गर्भ को हटवाना चाहती थीं। उस दौरान टेक्सास में गर्भपात पर रोक थी जिस वजह से जेन रो ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
US Abortion Laws : कैसे पड़ा केस का नाम ‘रो बनाम वेड’?
गर्भपात कराने की मांग को लेकर जेन रो ने जब सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की तो इसके विरोध में टेक्सास के डलास काउंटी में सरकारी वकील हेनरी वेड को जिरह करने के लिए भेजा गया।
इस तरह कोर्ट में इस मामले को ‘रो बनाम वेड’ से जाना जाने लगा. हालांकि तब सुप्रीम कोर्ट ने जेन रो के पक्ष में एतिहासिक फैसला सुनाते हुए गर्भपात को कानूनी मान्यता दे दी, लेकिन इस फैसले को आने में 2 साल लग गए और जेन रो ने अपने तीसरे बच्चे को जन्म दिया।
US Abortion Laws : कोर्ट के फैसले का हुआ विरोध
साल 1973 फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि गर्भ का क्या करना है, गर्भपात करना है या नहीं? ये तय करना महिला का अधिकार है। इस फैसले के बाद अमेरिका के कई राज्यों में अस्पताल गर्भपात की सुविधा देने के लिए बाध्य हो गए। कोर्ट के इस फैसले का उस समय कई अलग-अलग धार्मिक समूहों ने विरोध भी किया और इसे असंवैधानिक बताया।
US Abortion Laws : अमेरिका में बढ़े गर्भपात के मामले
अदालत ने अब करीब 50 साल बाद अपने ही फैसले को पलट दिया है। दरअसल अमेरिका में बीते कुछ वर्षों से गर्भपात के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ‘गुट्टमाकर इंस्टीट्यूट’ की रिपोर्ट के अनुसार 2020 में अमेरिका में 9,30,000 से अधिक गर्भपात के मामले सामने आए, जबकि 2017 में इसकी संख्या 8,62,000 थी।
अब सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा है कि संविधान गर्भपात का अधिकार प्रदान नहीं करता। इसकी के साथ 50 साल पुराने फैसले को बदलते हुए गर्भपात का कानून बनाने का अधिकार राज्यों को सौंप दिया है। कोर्ट के इस फैसले का अब महिलाएं जमकर विरोध कर रही हैं।
US Abortion Laws : हॉलीवुड स्टार्स ने किया विरोध
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर सिंगर टेलर स्विफ्ट ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं पूरी तरह से भयभीत हूं कि हम यहां हैं। इतने दशकों के बाद भी लोग अपने शरीर के लिए महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं, आज के फैसले ने हमसे वह छीन लिया है।’
सिंगर सेलेना गोमेज ने कहा, ‘संवैधानिक अधिकार को छीनते हुए देखना भयावह है। एक महिला को यह चुनने का अधिकार होना चाहिए कि वह अपने शरीर के साथ क्या करना चाहती है।’
ट्विटर पर एक्ट्रेस हाले बेरी ने लिखा, ‘मैं नाराज हूं! सर्वोच्च न्यायालय ने जो किया है वह अस्वीकार्य है। कुछ करना होगा! महिलाओं की तुलना में बंदूकों को अधिक अधिकार है। हम केवल इसके बारे में पोस्ट नहीं कर सकते, हमें इसके बारे में कुछ करना चाहिए।’
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