जय हिंद नेशनल पार्टी (JNP) इंडिया, के रिसर्च टीम ने यूपी के विभिन्न मापदंडों जैसे जनसंख्या, गरीबी, शिक्षा, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, कानून और व्यवस्था, आदि पर सांख्यिकीय विश्लेषण पर काम किया है और पाया है कि यह स्थिति एक साल में बिगड़ी नहीं बल्कि कई वर्षों से कोई काम नहीं हुआ है।
इन सभी मापदंडों को राज्य में विभिन्न सत्तारूढ़ सरकार द्वारा बुरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया और इसके परिणामस्वरूप स्थिति काफी गंभीर हो गई है।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव, का मानना है कि यूपी की संभावनाओं और साख को बुरी तरह से नजरअंदाज किया गया और इसका दुरुपयोग किया गया और इसकी वजह से यूपी एक गरीब राज्य बन गया, बजाय इसके कि यह सबसे अमीर राज्य हो।
पार्टी का मानना है कि “यूपी जैसा बड़ा राज्य, अवसरों का सबसे बड़ा स्रोत होना चाहिए”, जो अब तक नहीं हो सका है।
किसी भी राज्य के विकास के लिए, शिक्षा और शिक्षा प्रणाली दोनों ही बहुत अहम भूमिका निभाती है। उत्तर प्रदेश में इसका बहुत आभाव है, जिसकी चिंता करने वाला कोई भी नहीं है।
क्या आप जानते हैं?? “उत्तर प्रदेश में पिछले 10 वर्षों का शिक्षा बजट Rs. 4,45,402/- करोड़ रहा है” !!
जेएनपी इंडिया के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न :
- यूपी शिक्षा की गुणवत्ता में 22वें स्थान पर है। अभी यूपी में 7 करोड़ से अधिक लोग निरक्षर हैं और 4 करोड़ से ज्यादा लोग सिर्फ अपना नाम लिख पाते हैं, यानी प्रदेश की लगभग 50% (11 करोड़) जनता अभी भी अशिक्षित है?
- क्या आप उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली से संतुष्ट हैं?
- क्या हमें शिक्षा क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण सुधार दिखाई देता है?
- शिक्षा बजट का उपयोग कहां किया जा रहा है?
जेएनपी इंडिया, पुरजोर तरीके से यूपी की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएगी और वहां पर बदलाव के लिए निरंतर प्रयास करती रहेगी। जेएनपी इंडिया, यूपी की राजनीति का सकारात्मक विकल्प और भविष्य है।
भविष्य में:
- कृपया लोकतंत्र में अपने वोट के महत्व को समझें
- एक शिक्षित, समझदार, प्रतिबद्ध और ईमानदार जेएनपी इंडिया पार्टी को चुनें।