
आज के स्टार्टअप्स ही कल की बहुराष्ट्रीय कम्पनियां हैं : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | Nation One
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आज के स्टार्टअप्स कल की बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं। उन्होंने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से ओडिसा के संबलपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान के स्थायी परिसर की आधारशिला रखने के बाद यह बात कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रबंधन का वास्तविक कार्य केवल संस्थानों का प्रबंधन करना नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में सुधार करना भी है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन नवाचार, संपूर्णता और समावेशन की व्यापक अवधारणा पर आधारित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों तक विकास के लाभ नहीं पहुंच सके हैं उन्हें भी प्रगति की यात्रा में शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रबंधन संस्थान से शिक्षा प्राप्त प्रतिभावान लोग देश और विदेश में ब्रॉन्ड इंडिया को लोकप्रिय बनाने में सहायता कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की संरचना के तहत स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बनाने में प्रबंधन विशेषज्ञ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स की संभावनाएं कृषि से लेकर अंतरिक्ष क्षेत्र तक बढ़ रही हैं। अधिकतर स्टार्टअप्स देश के दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में स्थापित किये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रॉन्ड इंडिया को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के लिए स्टार्टअप्स को ऐसे प्रतिभाशाली प्रबंधकों की आवश्यकता है जो न केवल समय के साथ बल्कि समय से आगे चल सकें। श्री मोदी ने कहा कि ब्रॉन्ड इंडिया के प्रति युवाओं की बड़ी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि देश में 2014 तक केवल 13 भारतीय प्रबंधन संस्थान थे जिनकी संख्या अब 20 हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इनमें बड़ी संख्या में शिक्षा पाने वाले प्रतिभाशाली युवा आत्मनिर्भर भारत अभियान को प्रभावी बनाने में सहायता कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने ओडिसा के लोगों को उनकी मातृभाषा में नये वर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा ओडिसा की समृद्ध संपदा-खनिजों तथा वनों, कला-संस्कृति, साहित्य और संबलपुर क्षेत्र की हस्तकला का भी उल्लेख किया। श्री मोदी ने कहा कि यह संस्थान राज्य को एक नई पहचान देगा। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों में ऐसे उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना से देश में स्टार्टअप्स व्यवस्था को व्यापक और मजबूत करने में सहायता मिलती है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि 2015 में स्थापित भारतीय प्रबंधन संस्थान संबलपुर ने अपनी उत्कृष्ठता साबित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि संस्थान के बुनियादी ढांचे की आधारशिला प्रधानमंत्री रख रहे हैं।
संबलपुर का यह संस्थान पहला ऐसा संस्थान है जिसमें अत्याधुनिक क्लासरूम हैं। इनमें मूलभूत अवधारणाओं को डिजिटल तरीके से सिखाया जाता है। यह संस्थान लड़के-लडि़कयों में समानता की दृष्टि से भी अन्य भारतीय प्रबंधन संस्थानों से आगे है। एमबीए के वर्ष 2019-21 के बैच में छात्राओं की संख्या 49 प्रतिशत और 2020-22 के बैच में इनकी संख्या 43 प्रतिशत है।
इस अवसर पर ओडिसा के राज्यपाल गणेशी लाल, केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल, धर्मेन्द्र प्रधान तथा प्रताप चन्द्र सारंगी भी उपस्थित थे। समारोह में पांच हजार से अधिक लोग वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।