आज विश्व रेडियो दिवस है. 13 फरवरी को विश्व भर में वर्ल्ड रेडियो डे के रूप में मनाया जाता है। एक ऐसा भी समय था जब रेडियो सभी के दिलों में बसता था, क्रिकेट हो या फिर चित्रपट संगीत जैसे कार्यक्रम सब कुछ हम रेडियो पर सुन लिया करते थे। उस वक्त रेडियो के प्रति लोगों में खासी दीवानगी देखने को मिलती थी।
फिर बाद में टेलीविजन के आने के बाद रेडियो के प्रति प्रेम काफी कम हो गया लेकिन अब निजी रेडियो चैनलों के आने से लोगों में रेडियो के प्रति फिर से उत्साह देखने को मिलता है।
उत्तराखंड जैसे राज्यों की बात करें तो यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक रेडियो के आने से स्थानीयों को रोजगार भी मिला है साथ ही ग्रामीण लोगों को अपना हुनर आजमाने का मौका भी मिला है। भारत में सरकार द्वारा संचालित आकाशवाणी को भी अलग वर्ग द्वारा पसंद किया जाता है।
विश्व रेडियो दिवस 2020 की थीम:-
विश्व रेडियो दिवस 2020 का विषय “रेडियो और विविधता”(Radio & Diversity) रखा गया है। रेडियो के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए और प्रसारकों के बीच नेटवर्किंग को मजबूत बनाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। इस बार की थीम बहुभाषावाद पर केंद्रित है।
विश्व रेडियो दिवस का इतिहास:-
विश्व रेडियो दिवस मनाने का प्रस्ताव सबसे पहले स्पेन स्थित रेडियो एकेडमी ने वर्ष 2010 में रखा था। 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाए जाने को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 जनवरी 2013 को मंजूरी दी। इस दिन विश्वभर के ब्रॉडकास्टर्स, मीडिया संस्थान, संगठनों कई प्रकार के प्रोग्राम आयोजित करते हैं।
नेशन वन से अमन रावत की रिपोर्ट