महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को करना है प्रसन्न तो, शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें

महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को करना है प्रसन्न तो, शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजेंमहाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को करना है प्रसन्न तो, शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें

देहरादून: महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक बेहद ही शुभ और बड़ा त्योहार है। भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भक्त खूब धूमधाम से ये त्योहार मनाते हैं। इस बार महाशिवरात्रि 4 मार्च को है। इस दिन भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए आप कुछ चीजें उन्हें अर्पित कर सकते हैं

जल: ऊं नमः शिवायः का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल अर्पित करने से चित शांत होता है। और आपके अंदर करुणा आएगी। मान्यता के अनुसार विष का प्रभाव कम करने के लिए देवताओं ने उनके ऊपर जल डाला था। तब से उनको नीलकंठ के नाम से सुशोभित किया गया।

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दूध: भोले बाबा का दूध से अभिषेक करना अत्यंत ही पु्ण्यकारी माना जाता है।दूध अर्पित करने से व्यक्ति सदैव स्वस्थ और रोग मुक्त रहता है। विष्णुपुराण के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान शिवजी ने सारा विष अपने कंठ में ग्रहण कर लिया था, जिसके चलते उनका पूरा शरीर नीला पड़ने लगा। तब सभी देवताओं ने उनका दूध से अभिषेक किया और विष का असर उन पर कम हो गया। तब से ही भगवान शिव को दूध अत्यंत ही प्रिय है।

चीनी: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर चीनी भी अर्पित की जाती है। कहा जाता है कि इससे आपके घर में कभी यश, वैभव और कीर्ति की कमी नहीं होती और उनका आर्शीवाद सदैव बना रहता है।

केसर: लाल केसर से शिव जी का तिलक करने से जीवन में सौम्यता आती है और मांगलिक दोष समाप्त होता है।

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इत्र: शिवलिंग पर इत्र छिड़कना शुभ माना गया है। इत्र के छिड़काव से मन की शुद्धि होती है और तामसी प्रवतियों से मुक्ति हो जाती हैं।

दही: शिव जी को दही चढ़ाने से व्यक्ति परिपक्व बनता है और उसके जीवन में स्थिरता आती है।

घी: देसी घी शक्ति का परिचायक है इसलिए शिवलिंग पर घी से अभिषेक करने से व्यक्ति बलवान बनता है।

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चंदन: वेद पुराणों के मुताबिक महाकाल को चंदन लगाने से इंसान को आकर्षक रूप मिलता है और उसके जीवन में मान, सम्मान और ख्याति की कभी कमी नहीं आती।

शहद: शिव जी को शहद लगाने से वाणि में मधुरता आती है और दिल में परोपकार की भावना जागती है।

भांग: ऐसा कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय विष के प्रभाव को कम करने के लिए भांग का भी प्रयोग किया गया था। भांग से चमड़ी के रोगों का इलाज संभव है।