दो बहनों समेत तीन महिलाओं को टप्पेबाजी के आरोप में किया गिरफ्तार
सोमवार को रुड़की में बीटी गंज स्थित बैंक में फैक्ट्री के कर्मचारी से टप्पेबाजी कर दस हजार रुपये उड़ाने वाली दो बहनों समेत तीन महिलाओं पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित महिलाएं मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की रहने वाली हैं। सती मोहल्ला स्थित इरशाद की फैक्ट्री का कर्मचारी कलवा निवासी नगीना, उत्तर प्रदेश बैंक में चेक कैश कराने पहुंचा था। चेक कैश कराने के बाद जैसे ही वह 10-10 हजार की दो गड्डियां जेब में डालकर चलने लगा तो, तीन महिलाओं ने उन्हें घेर लिया।
इनमें से एक महिला के पास बच्चा था, जो कलवा से भीख में कुछ पैसे मांगने लगी। दूसरी महिला ने उसे बातों में उलझाया। इसी दौरान तीसरी महिला ने उसकी जेब से 10 हजार रुपये चुरा लिए। उस वक्त तो कलवा वहां से चला गया, लेकिन कुछ देर बाद सिविल लाइंस बाजार में इरशाद और उसके कर्मचारी ने तीनों महिलाओं को देखकर पुलिस को सूचना दी। जिस पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
घटनास्थल गंगनहर कोतवाली का होने के चलते आरोपित महिलाओं को गंगनहर पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस ने उनके कब्जे से 10 हजार रुपये बरामद किए। गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने जिला राजगढ़, मध्य प्रदेश के गुलखेड़ी गांव की प्रीति, उसकी बहन ङ्क्षरकी और कड़िया गांव की गुंजन के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी आरोपितों से पूछताछ की है। बताया गया है कि उनके शहर में और भी साथी हैं। पुलिस इस पूरे गिरोह को तलाश कर रही है।
नेटवर्क देख पुलिस भी रह गई दंग
हत्थे चढ़े महिला गिरोह का नेटवर्क देखकर पुलिस भी दंग रह गई। इन महिलाओं की जानकारी लेने के लिए गाजियाबाद से एक महिला अधिवक्ता सिविल लाइंस कोतवाली पहुंची थी। उसने पुलिस को बताया कि पकड़ी गई महिलाएं उसकी क्लाइंट हैं। जबकि अभी तक पुलिस उनके परिजनों को भी नहीं तलाश पाई है। महिला अधिवक्ता के पास गाजियाबाद में इनकी सूचना किस तरह से पहुंच गई। इसे लेकर पुलिस भी दंग है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि, महिला गिरोह के अन्य सदस्य भी शहर में सक्रिय हैं। आरोपित महिलाओं के पकड़े जाने की सूचना भी गिरोह की सदस्यों ने ही अधिवक्ता तक पहुंचाने का संदेह है।