उत्तराखंड में इस बार विस सत्र होगा हंगामेदार, विपक्ष लाएगा कार्य स्थगन | Nation One
देहरादूनः विधानसभा सत्र इस बार 23 सितंबर से शुरू हो रहा है जो कि, 25 सितंबर तक चलेगा. तीन दिन तक चलने वाले सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं क्योंकि, कांग्रेस ने बेरोजगारी के मुद्दे सहित सत्ता पक्ष के विधायकों के असंतोष, कोविड, अर्थव्यवस्था में गिरावट आदि पर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाना तय किया है.
विधानसभा सत्र को लेकर सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भाजपा के कुछ विधायकों के असंतोष को हवा देकर इसका संकेत भी दे दिया था. उनका कहना है कि, प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है. संक्रमण फैलने से रुक नहीं रहा है. बेरोजगारी चरम पर है. सरकार अपने विधायकों के कारण परेशानी में घिर रही है. सदन में इन सारे मामलों को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा. यही नहीं कोविड संक्रमण की रोकथाम से लेकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के मामले में कांग्रेस सरकार से खासी नाराज भी है. ऐसे में सदन में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सरकार को घेरने में कोई कसर न छोड़ने की तैयारी में जुट भी गए हैं.
इधर, सरकार के लिए अपने ही विधायकों की नाराजगी परेशानी का कारण बनी हुई है. सरकार व अफसरशाही के रवैये से नाराज चल रहे डीडीहाट के विधायक बिशन सिंह चुफाल भी मुश्किलें बढ़ाने में लगे हैं. सोमवार को उन्होंने नैनीताल में गढ़वाल व कुमाऊं के कुछ विधायकों के साथ बैठक की और अगले दिन दिल्ली जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की, जहां बताया जाता है कि उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में बताया. इसकी भी सियासी गलियारों में खूब चरचा हो रही है.
इन मामलों को लेकर सत्र के दौरान विधानसभा के बाहर भी हंगामा रहने के आसार हैं. हालांकि, कोविड-19 के कारण प्रदेश में धारा 144 भी लागू है. यह भी हो सकता है कि कांग्रेस से पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी विधानसभा के बाहर मोर्चा संभाल लें.