ये प्रतिमा सिर्फ भारतवासियों को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को आकर्षित कर रही: पीएम मोदी

नई दिल्ली: आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। वल्लभभाई झावेरभाई पटेल, जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे, एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल का जन्म 1875 में आज ही गुजरात के नाडियाड में हुआ था। वह भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे।

वल्लभभाई एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे…

वल्लभभाई एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया।

21वीं सदी में भारत की यही एकता…

वहीं पीएम मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती पर केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर सभी देशवासियों को राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने की शपथ दिलाई। केवड़िया में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरदार पटेल की प्रतिमा के पास आकर ऊर्जा मिलती है। पीएम ने कहा- ’21वीं सदी में भारत की यही एकता, भारतीयों की यही एकता, भारत के विरोधियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। आज विश्व मंच पर हमारा प्रभाव और सदभाव, दोनों बढ़ रहा है, तो उसका कारण हमारी एकता है। आज पूरी दुनिया, भारत की बात गंभीरता से सुनती है, तो उसका कारण हमारी एकता है।

आज ये प्रतिमा, सिर्फ भारतवासियों को ही नहीं बल्कि…

पीएम ने कहा- ‘आज ये प्रतिमा, सिर्फ भारतवासियों को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को आकर्षित कर रही है, प्रेरित कर रही है। आज इस प्रेरणा स्थली से, सरदार पटेल को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए संपूर्ण राष्ट्र गौरव का अनुभव कर रहा है। देश के अलग-अलग कोने से, किसानों से मिले लोहे से, अलग-अलग हिस्सों की मिट्टी से इस प्रतिमा का आधार बना है। इसलिए ये प्रतिमा, हमारी विविधता में एकता का भी जीवंत प्रतीक है।

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