डीएम ने दिए ये खास निर्देश,अब केदार घाटी में हेलीकॉप्टर के शोर से पढ़ाई नहीं होगी बाधित..

डीएम ने दिए ये खास निर्देश,अब केदार घाटी में हेलीकॉप्टर के शोर से पढ़ाई नहीं होगी बाधित..

केदारनाथ घाटी में हेलीकॉप्टर के शोर शराबे से प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों की बढ़ाई बाधित हो रही थी। बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसलिए केदारनाथ धाम में हवाई सेवा दे रही हवाई कंपनियों ने डीएम के निर्देश पर दो-दो स्कूलों में दो-दो कमरों को साउंडप्रूफ कर दिया है। चार कंपनियों ने कुल आठ स्कूल साउंड प्रूफ किए हैं, जबकि तीन अन्य कंपनियों का भवन निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।

वर्ष 2002 में केदारनाथ धाम के लिए पवन हंस हवाई कंपनी सेवाएं देती आ रही थी। बाद में प्रभातम कंपनी को भी उड़ान भरने की अनुमति मिल गई। वर्ष 2012 से केदारघाटी में हवाई सेवाओं का क्रेज बढऩा शुरू हुआ। केदारनाथ आपदा के बाद से तो हवाई सेवाओं की बाढ़ सी आ गई।

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केदारनाथ के लिए 9 से 13 कंपनियों को शासन से उड़ान भरने की अनुमति मिलनी शुरू हो गई। केदारनाथ यात्रा के दौरान गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग, शेरसी, नाला, नारायणकोटी समेत कई स्थानों पर यात्रियों की आवाजाही के लिए जब हेलीकॉप्टर स्कूलों के ऊपर से उड़ान भरते थे तो शोरशराब से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती थी। हवाई कंपनियों को तो इससे फायदा हो रहा था, लेकिन स्थानीय लोग इससे परेशान हो रहे थे।