इन घरेलू तरीकों से उतर जाएगा आपकी आंखों का चश्मा, पढ़ें पूरी खबर | Nation One

आंखें हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जिनके बिना कोई भी काम हम कुशलता से नही कर सकते। इन आंखों से हम इस खूबसूरत संसार को देख पाते हैं। लेकिन आजकल के लाइफस्टाइल, प्रदूषण और उम्र के साथ-साथ हमारी ये आंखें कमजोर होने लगती है और हमें चश्मे का सहारा लेना पड़ता है। हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में बता रहें हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी आंखों की दिन-प्रतिदिन कम होती रोशनी को कमजोर होने से बचा सकते हैं।


घी खाने से आंखों की ज्योति पर अच्छा असर पड़ता है और आंखों की रोशनी तेज हो जाती है। जिन लोगों की आंखों की ज्योति कमजोर है वो लोग रोज एक चम्मच घी खाया करें। एक चम्मच घी में आप पिसी शकर और पिसी कालीमिर्च मिला दें और इस मिश्रण का सेवन रोज सुबह खाली पेट करें। घी में इन दोनों चीजों को मिलाकर खाने से आंखों की रोशनी बेहतर हो जाएगी।


हड्डियां कमजोर होने पर अक्सर इनमें दर्द रहता है और इनके टूटने का खतरा भी काफी अधिक रहता है। जिन लोगों की हड्डियां कमजोर है उन लोगों को घी का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा छोटे बच्चों को भी घी जरूर देना चाहिए। घी खाने से बच्चों की हड्डियों का विकास अच्छे से होता है और हड्डियां मजबूत बनी रहती है।


जिन लोगों का शरीर काफी पतला है वो लोग घी को अपनी डाइट में शामिल कर लें। दूध में घी को डालकर खाने से शरीर की दुर्बलता एकदम दूर हो जाती है और शरीर मजबूत हो जाता है। इसी तरह से जो लोग अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं वो लोग भी घी का सेवन दूध का साथ करें। घी का दूध तैयार करने के लिए आप एक गिलास गर्म दूध के अंदर घी और चीनी मिला दें और इस दूध को पी लें।


जुकाम होने पर आप एक चम्मच घी को गर्म कर लें और घी के अंदर चीनी मिलाकर खा लें। इसके अलावा नाक पर अगर गर्म घी लगाया जाए तो नाक खुल जाती है और जुकाम सही हो जाता है।
सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए आप घी खाएं। आप सर्दी के दौरान काले चने के अंदर गर्म घी और चीनी मिलाकर खाया करें। इन तीनों चीजों को एक साथ खाने से शरीर गर्म रहता है और जुकाम और बुखार से शरीर की रक्षा होती है ।

  • नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
  • प्रतिदिन पैरों के तलवे पर देसी घी की मालिश करें।
  • रात को सोते समय प्रतिदिन अपने पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करें।
  • सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर घूमें।
  • प्रतिदिन आंवले के पानी से आंखों को धोयें।
  • सोते समय आंखों में गुलाबजल की दो-दो बूंद डालें।