कुमाऊं के नए कमिश्नर राजीव रौतेला ने कहा है कि विकास कार्यों में कौताही बर्दाश्त नहीं होगी। विकास योजनाओं में गति देने के लिए सामाजिक संस्थाओं की राय को महत्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कमिश्नरी स्तर से कानून व्यवस्था पर पूरी नजर रखी जाएगी। इससे पहले राजीव रौतेला ने शनिवार को कमिश्नर का कार्यभार ग्रहण किया। रौतेला आजादी के बाद मंडल के 42 वे कमिश्नर हैं।
रौतेला कार्यभार ग्रहण करने के बाद कमिश्नरी में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 33 साल बाद उत्तराखंड लौटे हैं। इस बीच काफी कुछ बदल गया है। लेकिन उनका प्रयास होगा कि सरकार की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाया जाय। सरकार की मदद अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसके लिए प्रयास होंगे। उन्होंने कहा कि सभी मंडल व इसके बाद जिला स्तर से अधिकारियों की बैठक ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि यह साफ कर दिया गया है कि बैठक में विभाग के सबसे बढ़े अधिकारी पूरी जानकारी के साथ पहुंचे। बैठक में नहीं आने के जरूरी कारण होने पर इसकी पहले से अनुमति लेनी होगी। नैनीताल में पार्किंग सहित अन्य मामलों में भी जानकारी के बाद ठोस कदम उठाए जाएंगे। किसानों की आय में वृद्धि के लिए सरकार की योजना के तहत ठोस पहल की जाएगी।
नए कमिश्नर राजीव रौतेला 20 अप्रैल को मंडल स्तरीय बैठक लेंगे। उन्होंने कहा है कि मंडल में बैठने वाला विभाग के सबसे बडे अधिकारी को इसमें बुलाया गया है। अधिकारियों ने नए प्रयोग के साथ ही अभी तक की स्थिति का पूरा व्यौरा लेकर बुलाया गया है। विशेष कर खेती को सूखे व अतिवृष्टि से नुकसान व पानी के संरक्षण की योजनाओं की जानकारी ली जाएगी
नैनीताल से की प्रशासनिक सेवा की शुरूआत
कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने नैनीताल से प्रशासनिक सेवा की शुरूआत की है। 1982 में बतौर प्रशिक्षु पीसीएस अधिकारी एसडीएम नैनीताल रहे। इसके अलावा काशीपुर व खटीमा में भी उस दौरान काम करने का मौका मिला था। देहरादून में एसडीएम रहने के बाद उप्र चले गए। उप्र में 6 जिलों के डीएम व यहां आने से पहले कमिश्नर पद पर तैनात रहे हैं।