प्रदेश में एक ही होनी चाहिए राजधानी: किशोर उपाध्याय
उत्तरकाशी में भागीरथी, यमुना के पानी और जंगलों पर यहां के स्थानीय लोगों को अधिकार मिले, इसके लिए कांग्रेस अब तिलाड़ी आंदोलन की तरह ही नया बिगूल फूकेंगी। आपदा से प्रभावित गंगा और यमुना घाटी के लिए डबल इंजन सरकार से केदारनाथ की तर्ज पर 24 मार्च को चिन्यालीसौड़ से मुखवा न्याय यात्रा निकालने के लिए तैयारी शुरू करेगी।
लोगों को नदियों पर बनने वाले बांधों का नहीं मिला फायदा
मंगलवार को एक धार्मिक अनुष्ठान में चिन्यालीसौड़ पहुंचे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि गंगा, यमुना नदी उत्तरकाशी जिले से निकलती है। करोड़ों लोगों को जीवन देती है लेकिन यहां के लोगों का अधिकार पानी पर न होने से इन नदियों पर बनने वाले बांधों का फायदा नहीं मिला। बांधों की रायल्टी और बिजली के बिलों पर पचास फीसद की छूट दी जाए।
2013 की आपदा में केदारनाथ के बाद उत्तरकाशी में गंगा और यमुना घाटी में होटल, खेती और जनहानि हुई। लेकिन भाजपा की डबल इंजन की सरकार का ध्यान इस ओर नहीं गया। इसके साथ ही किशोर उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश में एक राजधानी होनी चाहिए, दो मंजूर नहीं हैं। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, नगरपालिका अध्यक्ष शूरबीर रांगड़, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हर्षलाल शाह, महाजन चैहान, नरेश रमोला, किरन, सुनीता, गुड्डी, निर्मला देवी, इन्दि देवी आदि मौजूद थे।